चार धाम यात्रा के दौरान रुद्रप्रयाग बाजार में लगने वाले जाम से निजात दिलाने की लंबे समय से हो रही थी मांग. अब जाम से मिलेगा छुटकारा.
Trending Photos
रुद्रप्रयाग : लंबे इंतजार के बाद बद्रीनाथ हाईवे और केदारनाथ हाईवे को जोड़ने के लिए रुद्रप्रयाग में 900 मीटर लंबे टनल निर्माण का काम शुरू हो गया है. इससे बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा और सुगम हो जाएगी. वर्षों से इस टनल के निर्माण की मांग की जा रही थी. चारधाम यात्रा के दौरान रुद्रप्रयाग बाजार में भारी जाम की समस्या बनी रहती थी. अब इस सुरंग के निर्माण से जाम की समस्या से निजात मिलेगी. 900 मीटर लंबी सुरंग का प्रस्ताव 2008 और 2009 में बीआरओ ने भारत सरकार को भेजा था.
200 मीटर लंबा पुल भी बनेगा
सुरंग के साथ अलकनंदा नदी पर 200 मीटर लंबा पुल भी बनेगा. इस सुरंग और पुल के बनने से रुद्रप्रयाग जनपद के कई गांवों की जिला मुख्यालय तक पहुंच आसान हो जाएगी. साथ ही बाजार क्षेत्र में आए दिन लगने वाले जाम से भी निजात मिल जाएगी. सुरंग और पुल निर्माण के लिए 156 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं.
2025 तक काम पूरा करने का लक्ष्य
राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड लोनिवि रुद्रप्रयाग के अधिशासी अभियंता राजवीर सिंह चौहान ने बताया की कार्यदायी संस्था ने भूमि पूजन के साथ सुरंग का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. जून 2025 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि जो कार्य भारत सरकार की महत्वकांक्षी आलवेदर रोड़ परियोजना के दूसरे चरण के कार्य हैं उनमें ये कार्य भी शामिल है. इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है और निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया गया है.
Vastu Tips For New Year 2023: नए साल से पहले घर से निकाल दें ये चीजें वरना हो सकता है भारी नुकसान
चार धाम यात्रा और सुगम होगी
चारधाम यात्रा मार्ग में रुद्रप्रयाग में बनने वाली ये टनल दूसरी सबसे लंबी टनल होगी. यात्रा मार्ग में सबसे लंबी 4.45 किमी की टनल उत्तरकाशी में गंगोत्री यमुनोत्री को जोड़ने के लिए बन रही है. रुद्रप्रयाग में हाईवे पर बनने वाली इस बड़ी टनल की लागत 1 अरब 56 करोड़ रुपये होगी. इस टू लेन टनल के साथ ही अलकनंदा नदी पर टू लेन का 200 मीटर लंबा पुल का निर्माण होगा. वर्तमान में रुद्रप्रयाग में संगम के पास ही बद्रीनाथ व केदारनाथ मार्ग को जोड़ने के लिए वर्षों पुरानी सुरंग व बेलनी पुल मौजूद है.