Ghee Sankranti 2022: आज के दिन जरूर खाएं घी, वरना अगले जन्म में बनेंगे घोंघा! जानें इस पर्व की अहमियत
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Ghee Sankranti 2022: आज के दिन जरूर खाएं घी, वरना अगले जन्म में बनेंगे घोंघा! जानें इस पर्व की अहमियत

Ghee Sankranti 2022: शास्त्रों के अनुसार, सूर्य देव जब राशि बदलते हैं तो संक्रांति का पर्व आता है. जब सूर्य मकर राशि में जाए तो मकर संक्रांति मनाई जाती है. मकर संक्रांति में सूर्य उत्तरायण होता है. जानें सिंह संक्रांति या घी संक्रांति के दिन क्या होता है....

Ghee Sankranti 2022: आज के दिन जरूर खाएं घी, वरना अगले जन्म में बनेंगे घोंघा! जानें इस पर्व की अहमियत

Ghee Sankranti 2022: हिंदू धर्म में सूर्य को सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है. सभी नौ ग्रहों के राजा सूर्य हैं और जब भी सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, संक्रांति मनाई जाती है. बताया जा रहा है कि इस बार पंचांग के मुताबिक, 17 अगस्त 2022 को सूर्य का गोचर सिंह राशि में हो गया है. इसलिए आज सिंह संक्रांति यानी घी संक्रांति मनाई जा रही है. यह पर्व खासकर उत्तराखंड में मनाया जाता है.  इसे घ्यू संक्रांत और ओलगिया भी कहा जाता है. मान्यता है कि आज के दिन अगर आप घी नहीं खाएंगे, तो अगले जन्म में घोंघे की योनी प्राप्त होती है.

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घी संक्रांकि पर्व के प्रति भावी पीढ़ी को करें जागरूक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य वासियों को घी संक्रान्ति की अनेकानेक बधाइयां दीं. सीएम धामी ने कहा, "हमारे पारंपरिक लोकपर्व सांस्कृतिक विरासत के मजबूत आधार होते हैं. घी संक्रांति राज्य का प्रमुख लोकपर्व होने के साथ ही अच्छी फसलों तथा अच्छे स्वास्थ की कामना से जुड़ा पर्व भी है. हमारे पर्व हमें अपनी संस्कृति एवं प्रकृति से जुड़ने की भी प्रेरणा देते हैं. अपने इन पर्वों की परंपरा से भावी पीढ़ी को जागरूक करना भी हम सबकी जिम्मेदारी है."

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर दी बधाई
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर लिखा, "आप समस्त प्रदेशवासियों को प्रकृति एवं उत्तम स्वास्थ्य को समर्पित लोकपर्व घी संक्रांति (घ्यू त्यार) की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. लोकपर्व हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है इसलिए आइए हम सभी पूरे हर्षोल्लास के साथ यह पर्व मनाते हुए विश्व में हमारी पहचान को स्थापित करें."

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सूर्य देव की सात शक्तियां
मालूम हो, पौराणिक ग्रंथों में सूर्य के बारे में विशेष रूप से वर्णन किया गया है. कहा जाता है कि सूर्य ऋतुओं का कारक है. सूर्य देव की शक्तियां सात देवियां हैं, जिनके नाम मंदा, मंदाकिनी, ध्वांक्षी, घोरा, मंदोदरी, राक्षस और मिष्चाता हैं.

सूर्य बदले राशि, तो पड़ती है संक्रांति
बता दें, सूर्य जब भी राशि बदलता है तो उस समय संक्रांति मनाई जाती है. कहा जाता है कि सूर्य मकर राशि में आए तो मकर संक्रांति और कर्क राशि में आए तो कर्क संक्रांति पड़ती है. मकर संक्रांति में सूर्य उत्तरायण होता है और कर्क संक्रांति में दक्षिणायन होता हैं.

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आज है सिंह संक्रांति 
ऐसे ही, सूर्य देव जब सिंह संक्रांति में प्रवेश करते हैं, तो सिंह संक्रांति मनाई जाती है. यह पर्व आज यानी 17 अगस्त को है. आज सुबह 7.14 पर सूर्य अपनी स्वराशि सिंह में प्रवेश कर चुके हैं. इस दिन श्रद्धालु पवित्र नदी में स्नान कर दान-पुण्य करते हैं. वहीं, इस दिन घी का सेवन करना भी आवश्यक माना गया है. बता दें, यह उत्तराखंड का लोकपर्व है. 

किन राशियों पर पड़ेगा सिंह संक्रांति का प्रभाव
गौरतलब है कि सिंह राशि में सूर्य का गोचर सभी 12 राशियों पर असर डाल रहा है. हालांकि, सिंह राशि को इसका विशेष लाभ मिल रहा है, क्योंकि सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं. सूर्य ऋतुओं के साथ-साथ पिता और आत्मा के भी कारक हैं. इसलिए कहा जाता है कि इस दिन पिता की सेवा करें और उनका आशीर्वाद लें. इसके अलावा, जरूरतमंदों को दान दें.

Singh Sankranti 2022: सूर्य संक्रांति पर नहीं खाया घी तो अगले जन्म में मिलेगा घेंघा का रूप! जानिए क्या है मान्यता...

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