UKSSSC Paper Leak Case में हुई 19वीं गिरफ्तारी, एसटीएफ की रडार पर कई बड़े जनप्रतिनिधि
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1308342

UKSSSC Paper Leak Case में हुई 19वीं गिरफ्तारी, एसटीएफ की रडार पर कई बड़े जनप्रतिनिधि

UKSSSC Paper Leak मामले में 19वीं गिरफ्तारी हो गई है. एसटीएफ ने 32 साल के अंकित रमोला को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया है. 

सांकेतिक तस्वीर.

राम अनुज /देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक मामले (UKSSSC Paper Leak Case) में एसटीएफ ने गुरुवार को अंकित रमोला (Ankit Ramola Arrested) नाम के एक आरोपी को उत्तरकाशी (Uttarkashi) के बड़कोट से गिरफ्तार किया है. एसटीएफ के मुताबिक, 32 साल के अंकित रमोला से कई साक्ष्य बरामद हुए हैं. गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ की जा रही है. एसटीएफ अभी तक पेपर लीक के मामले में कुल 19 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. एसटीएफ लगातार मामले में पूछताछ कर रही है. 

गिरफ्तार करके भेजा जा रहा जेल 
एसटीएफ कई दिनों से अंकित रमोला की तलाश कर रही थी. एसटीएफ ने अन्य गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की. जिसमें अंकित रमोला का नाम सामने आया. एसटीएफ ने पूछताछ के लिए देहरादून उसे बुलाया. अब पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर अंकित रमोला को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है.

कई जनप्रतिनिधियों के भी नाम आ रहे सामने 
एसटीएफ के मुताबिक, इस पूरे मामले में कई जनप्रतिनिधियों के नाम भी सामने आ रहे हैं. एसटीएफ का कहना है कि जिन अभ्यर्थियों ने नकल की है, वे भी अपना बयान दर्ज कराने आ रहे हैं. अभी तक 15 गवाहों के कोर्ट में कलमबंद बयान दर्ज कराए जा चुके जा चुका है. 

22 जुलाई को दर्ज हुआ था मुकदमा 
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पेपर लीक मामले की एसटीएफ जांच कर रही है. 22 जुलाई को एसटीएफ ने थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज किया था. अभी तक इसमें सात सरकारी कर्मचारी, तीन संविदा कर्मचारी के साथ कुल 19 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जबकि उत्तरकाशी के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह को भी पेपर लीक के मामले में गिरफ्तार किया गया है. 

यूपी तक फैली हैं पेपर लीक मामले की जड़ें 
एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक पूरी गंभीरता के साथ में मामले की जांच चल रही है. पेपर लीक मामले की जड़ें उत्तर प्रदेश तक फैली हैं. उत्तर प्रदेश के नकल माफिया भी इसमें शामिल हो सकते हैं, ऐसी जानकारी मिल रही है. जिसको लेकर जांच की जा रही है. अब तक ₹83 लाख रुपये तक बरामद हो चुका है. जिस तरह से एक-एक करके सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो रही है. इससे साफ है कि पेपर लीक की जड़ें दूर तक फैली थीं. आपको बता दें कि उत्तरकाशी के मोरी इलाके में 80 अभ्यर्थियों के पास होने की बात सामने रही है. ऐसे में पेपर लीक मामले में अभ्यर्थियों से भी पूछताछ की जा रही है. 

Kanha Jhanki and Bansuri Decoration: ऐसे कान्हा की झांकी सजाकर पूजा करने से दूर होते हैं घर के वास्तु दोष

Trending news