Elephant Attacks : पहाड़ की सड़कों पर जंगल औऱ आबादी के बीच ज्यादा फासला नहीं दिखता. अक्सर जानवर शिकार या पानी की तलाश में सड़क पर आ जाते हैं. या जंगल के एक छोर से दूसरे छोर पर जाने के लिए भी सड़क पार करते हैं.
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Elephant Attack Video : पहाड़ की सड़कों पर जंगल औऱ आबादी के बीच ज्यादा फासला नहीं दिखता. अक्सर जानवर शिकार या पानी की तलाश में सड़क पर आ जाते हैं. या जंगल के एक छोर से दूसरे छोर पर जाने के लिए भी सड़क पार करते हैं. ऐसा ही वाकया देहरादून शहर में हुआ, जब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Uttarakhand Ex CM Trivendra Singh Rawat) के काफिले का सामना हाथियों (Angry Elephant) से हो गया. फिर क्या था हाथियों के झुंड से बचने के लिए सभी ऊंचे पत्थर पर जाकर चढ़ गए. सुरक्षाकर्मी भी पूर्व मुख्यमंत्री के साथ ही ऊंचे पत्थर पर सुरक्षित पहुंच गए. एक वक्त तो गजराज को सामने देखकर सभी की सांसे अटक गई कि आखिर क्या होगा, लेकिन समझबूझ के चलते किसी भी अनहोनी को टाल दिया गया.
कुछ देर बाद जब गजराज का गुस्सा शांत हुआ तो तब जाकर पूर्व सीएम और उनकी टीम में शामिल सुरक्षाकर्मी और लोग नीचे उतरे. इस दौरान उनके साथ उनके पूर्व कॉर्डिनेटर दर्शन रावत भी थे.उनके ओएसडी अभय रावत और सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे. वीडियो आप भी देखेंगे तो आपको भी समझ आ जाएगा पूरा माजरा.
वीडियो में साफ दिख रहा है कि मतवाला हाथी सड़क पर इधर-उधर दौड़ रहा है. वहीं पूर्व सीएम के काफिले के वाहन सड़क पर खड़े दिखाई दे रहे थे. लेकिन त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके सुरक्षाकर्मी समय रहते वाहन छोड़कर ऊंचाई वाले पहाड़ों के बीच पहुंच गए.इसमें कुछ लोग वीडियो बनाते दिख रहे हैं. वहीं सुरक्षाकर्मी पूर्व मुख्यमंत्री को थोड़ी देर वहीं पर ठहरने की बात भी कह रहे हैं. हाथी जब वहां से चला गया तो सभी लोग नीचे उतरे और वाहनों में सवार होकर सुरक्षित निकल गए. हालांकि यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है.
ड्रीम प्रोजेक्ट का किया दौरा
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट कंडोलिया थीम पार्क का बुधवार को निरीक्षण किया था.रावत गढ़वाल क्षेत्र के रात्रि प्रवास दौरे पर थे. लगातार गढ़वाल भ्रमण पर होने के चलते पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के लोकसभा चुनाव लड़ने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. त्रिवेंद्र रावत ने भर्ती घोटाले (Bharti Ghotala) पर कहा कि राज्य की एसटीएफ टीम बेहतर कार्य कर रही है. कई दोषी अब तक पकड़ में आ चुके हैं.
सीबीआई जांच की जरूरत नहीं
ऐसे में राज्य की जांच एजेंसी पर अविश्वास नही जताना चाहिए इसलिए सीबीआई जांच की जरूरत नही है.रावत ने उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण का भी दौरा किया. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैण के लोगों से बातचीत करते हुए कहा, मैं गैरसैंण के लोगों को जगाने आया हूं.