Uttarkashi News: क्या नेटवर्क टूटना बना काल, उत्तरकाशी सहस्त्रताल में ट्रेकिंग को गए टूरिस्ट आखिर क्यों मारे गए
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Uttarkashi News: क्या नेटवर्क टूटना बना काल, उत्तरकाशी सहस्त्रताल में ट्रेकिंग को गए टूरिस्ट आखिर क्यों मारे गए

Uttarkashi News: उत्तरकाशी में सहस्त्रताल पर गए 22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल मौसम खराब होनें की वजह से वहीं फंस गए थे. तभी सीडीआरएफ की टीम उनकी खोज कर रही हैं जानिए कितने मिले और कितनों की मौत......................

Uttarkashi rescue

Hemkant Nautiyal/ Uttarakashi: उत्तरकाशी के सहस्त्रताल में ट्रेकिंग के लिए गए पर्वतारोहियों की संख्या 9 हो गई है, जबकि 11 ट्रेकर्स को बचा लिया गया है.जानकारी के मुताबिक, सहस्त्रताल कुश कल्याण ट्रैक पर आंधी तूफान के बाद रास्ता भटके ट्रेकर्स का नेटवर्क टूट गया, जिससे वो सही दिशा में आगे नहीं बढ़ सके और भयंकर ठंड के बीच उन्होंने दम तोड़ दिया. 

20 ट्रैक्टरों का दल
उत्तरकाशी सहस्त्रताल कुश कल्याण ट्रेक पर हुई घटना की आपबीती स्थानीय गाइड जसपाल ने सुनाई. जहां जसपाल ने बताया कि सहस्त्रताल कुश कल्याण समिट कर 20 ट्रैक्टरों का दल वापस आ रहा था कि अचानक से सहस्त्रताल कुश कल्याण ट्रैक पर आंधी तूफान आया. इसके बाद बहुत जबरदस्त ओले और बर्फ भी पड़ी. इसकी वजह से ट्रेकरों को काफी ठंड लगी और वे चलने में असमर्थ होने के कारण वापस नही आ पाए. ठंड लगने के कारण 4 लोगों की मृत्यु हो गई. जिसके बाद सभी ट्रैकर रात्रि को वही रहे. 4400 मीटर की ऊचांई पर जबरदस्त ठंड पड़ रही है. 

नेटवर्क की कमी
सुबह अन्य गाइड ट्रैक में फसे लोगों के लिए खाना और टेंट ले गए. उसके बाद दो अन्य लोग घटनास्थल से 18 किलोमीटर नीचे नेटवर्क की रेंज में आए और घटना की सूचना जिला प्रशासन को दी. स्थानीय लोगों को कहना है कि इस क्षेत्र में नेटवर्क की कमी है. अगर यहां पर नेटवर्क की सुविधा होती तो शायद उन पांच लोगों को बचाया जा सकता था जिनकी मौत हुई है. 

मृतकों के नाम
जिन पांच लोगों की मौत हुई है उनके नाम आशा सुधाकर (71), सिंधु (45), सुजाता (51), चित्रा परिणीथ (48) और विनायक (54) हैं. वहीं दल के गाइड समेत अन्य चार की खोज और बचाव के लिए सीडीआरएफ का अभियान अभी भी चल रहा है. वहीं सीडीआरएफ और प्राइवेट हेलिकॉप्टरों की मदद से ट्रेकिंग दल के 11 लोगों को बचाया गया है. 

पूरी घटना
दरअसल, उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सहस्त्रताल पर गए 22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल मौसम खराब होने की वजह से सहस्त्रताल की 4400 मीटर की ऊंचाई में फंस गए जिसके बाद यह खबर सामने आई थी की वहा 9 लोगों की मौत हो गई है. 2 जून को कोखली टॉप के बेस कैंप के पास घने कोहरे और बर्फबारी के बीच ट्रेकर्स को पूरी रात वही बितानी पड़ी थी. 

 

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