अब्बास अंसारी कासगंज जेल में शिफ्ट, मुख्तार अंसारी की 'फातिहा' में हुआ था शामिल
Advertisement

अब्बास अंसारी कासगंज जेल में शिफ्ट, मुख्तार अंसारी की 'फातिहा' में हुआ था शामिल

Ghazipur News:  अब्बास अंसारी को आज गाजीपुर जिला जेल से कासगंज जिला जेल के लिये रवाना कर दिया गया है. अब्बास अंसारी को 13 अप्रैल को तड़के 4.38 मिनट पर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कासगंज के लिये रवाना किया गया. 

अब्बास अंसारी कासगंज जेल में शिफ्ट, मुख्तार अंसारी की 'फातिहा' में हुआ था शामिल

आलोक त्रिपाठी/गाजीपुर: अब्बास अंसारी को आज गाजीपुर जिला जेल से कासगंज जिला जेल के लिये रवाना कर दिया गया है. अब्बास अंसारी को 13 अप्रैल को तड़के 4.38 मिनट पर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कासगंज के लिये रवाना किया गया. अब्बास मुख्तार अंसारी का बड़ा बेटा है और मऊ से सुभासपा विधायक है. अब्बास को सुप्रीम कोर्ट ने अपने पिता मुख्तार अंसारी की कब्र पर फातिहा पढ़ने और परिजनों से मिलने के लिये 3 दिनों की अंतरिम जमानत दी थी.

पिता की कब्र पर पढ़ा फातिहा
अब्बास 10 अप्रैल को कासगंज से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गाजीपुर लाया गया था. पहले अब्बास को गाजीपुर की जिला जेल में सुबह 8.57 बजे दाखिल कराया गया. उसके बाद शाम करीब 4 बजे अब्बास अंसारी को मुहम्मदाबाद उनके आवास फाटक ले जाया गया. जहां उसने अपने परिजनों से मुलाकात किया और मुख्तार अंसारी के धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुआ. उसके बाद अब्बास अपने पिता मुख्तार अंसारी की कालीबाग स्थित कब्र पर पहुंचे थे और वहां फातिहा पढ़ा.

जेल में मिलने पहुंचे थे परिजन
10 अप्रैल की रात करीब 8 बजे अब्बास को फिर गाजीपुर जिला जेल में दाखिल कराया गया था. 11 और 12 अप्रैल को अब्बास को गाजीपुर जिला जेल में रखा गया. कल 12 अप्रैल को अब्बास की पत्नी निकहत अंसारी और उसके छोटे भाई उमर अंसारी जेल में मिलने पहुचे थे. सुप्रीम कोर्ट का आदेश था कि 13 अप्रैल को अब्बास अंसारी को वापस कासगंज जेल में शिफ्ट कर दिया जाये और आज सुबह अब्बास को कासगंज जेल के लिये रवाना कर दिया गया.

कोर्ट ने दी थी अंतरिम जमानत
मुख्तार अंसारी की 28 मार्च को तबीयत खराब होने के बाद मौत हो गई थी. पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार को 30 मार्च को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया गया था. लेकिन इसमें मुख्तार के बड़े बेटे अब्बास अंसारी नहीं पहुंच सके थे. इसके बाद अब्बास ने फातिहा पढ़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की. जिस पर कोर्ट ने अब्बास अंसारी को फातिहा पढ़ने और परिजनों से मिलने के लिये 3 दिन की अंतरिम जमानत दी थी. 

कौन है मिहिर जिसने महेंद्र सिंह धोनी से 15 करोड़ की धोखाधड़ी, नोएडा से गिरफ्तार

 

 

देवरिया एसिड अटैक में आरोपियों का एनकाउंटर, योगी की पुलिस ने किया हिसाब

 

Trending news