Maa Kushmanda Puja Vidhi: नवरात्रि के चौथे दिन अष्टभुजाधारी माता कुष्माण्डा की पूजा कर उन्हें मालपुआ का भोग लगाया जाता है. मां की आठ भुजाओं में से एक में अमृत पात्र थामे हुए हैं. पुराणों की मानें तो माता कुष्माण्डा ने अपनी मुस्कुराहट से उत्पन्न हुई सकारात्मक ऊर्जा से ही ब्रह्मांड की रचना की थी. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मां को उनका प्रिय भोग लगाकर अगर भक्त अपने राशि स्वामी नक्षत्र का जाप करें तो शुभ फल की प्राप्ति होती है.