डॉलर के मुकाबले रुपये का कमजोर होना कोई ब्रेकिंग न्यूज़ नहीं है और हम पिछले कई वर्षों से इसके आदी भी हो चुके हैं. ऐसा इसलिए भी क्योंकि हर सरकार या हर दौर में ये गिरावट इसी तरह से जारी रही है. लेकिन बड़ा सवाल है कि अब हो रही रुपये में ये गिरावट कितनी चिंताजनक है?