हमारा देश विकसित समाज के तौर पर दो अलग-अलग विचारधारा के साथ बढ़ रहा है. एक तरफ हम गर्भपात जैसे संवेदनशील मामले पर किसी प्रगतिशील समाज की तरह सोचते हैं. वहीं दूसरी तरफ हिजाब के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट के दो जज एकमत नहीं थे. दोनों के विचार, एक दूसरे के विरोधी नहीं हैं, लेकिन उनके तर्क ने स्कूल में हिजाब पहनना, सही या नहीं, इसमें उलझा दिया है.
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