1990 में मुस्लिमों द्वारा कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार और उनके प्रवास किए जाने के कई सालों बाद उनकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए एक नई वेबसाइट मंगलवार को शुरू की गई है जो उनकी भूमि और संपत्तियों से संबंधित चिंताओं से निपटेगी। इसके जरिए ये कश्मीरी अपनी खोई हुई संपत्ती वापस करने का अनुरोध कर सकते हैं।