नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल (West Bengal) की चुनावी जंग लगातार दिलचस्प होती जा रही है. बीजेपी (BJP) और टीएमसी (TMC) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चरम पर है. शनिवार को आठ किमी लंबी पदयात्रा के बाद ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) बीजेपी पर जमकर बरसीं हैं. ममता ने नेताजी के जन्मदिन पर केंद्र सरकार पर ताबड़तोड़ कई हमले बोले. सीएम ममता ने दिल्ली (Delhi) की जगह कोलकाता (Kolkata) सहित देश के राज्य स्थानों में देश की राजधानी बनाने की मांग की है. उन्होंने कहा, ' दिल्ली ही क्यों अकेले राजधानी होगी? कोलकाता भी देश की राजधानी हो. देश के चार स्थानों में देश की राजधानी होनी चाहिए.'
देश में चार राजधानियों की मांग
सीएम ममता ने आगे ये भी कहा कि दक्षिण भारत कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल या अन्य राज्य, उत्तर में पंजाब, हरियाणा, पूर्व (East) में बिहार (Bihar), ओडिशा, बंगाल और बिहार में हो राजधानी, उत्तर पूर्व के राज्यों में राजधानी हो. राजधानी केवल दिल्ली तक ही सीमाबद्ध क्यों रहे? दिल्ली में सभी आउडसाइडर (Outsider) हैं. संसद का सत्र देश के सभी भागों में होना चाहिए. केवल एक स्थान पर संसद का सत्र क्यों होगा ? देश के अन्य राज्यों में पारी-पारी से संसद का सत्र क्यों नहीं होगा? कोलकाता में क्यों संसद का सत्र नहीं होगा ?
स्वतंत्रता संग्राम में बंगाल का योगदान
ममता बनर्जी ने कहा, 'बंगाल का देश के स्वतंत्रता संग्राम में काफी योगदान रहा है. बग भंग आंदोलन (Bang Bhang Andolan) की शुरुआत बंगाल से हुई है. बंगाल कभी भी किसी के सामने सिर नहीं झुकाया था और कभी भी सिर नहीं झुकाएगा. उन्होंने कहा कि वन नेशन, वन पार्टी और वन वोट की बात कही जा रही है. इतिहास की गलत व्याख्या की जा रही है. इतिहास को झुठलाया जा रहा है.'
बंगाल सीएम ने कहा, 'एक समय कोलकाता (Kolkata) देश की राजधानी थी, तो एक बार फिर से शहर को भारत की दूसरी राजधानी के रूप में घोषित नहीं किया जाना चाहिए? कोलकाता को देश की दूसरी राजधानी बनानी ही होगी.'
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में ममता का किला ढ़हाने के लिए बीजेपी ने पूरा जोर लगा दिया है. खुद गृह मंत्री अमित शाह जैसे कद्दावर नेता बंगाल में लदातार कैंपिंग कर रहे हैं. इसबीच ओवैसी और फुरफुरा शरीफ के पीरजादा ने भी चुनावों में उतरने का ऐलान करके ममता बनर्जी और उनकी पार्टी टीएमसी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
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