Adani Hindenburg Saga: बिजनेस टाइकून गौतम अडानी (Gautam Adani) से शरद पवार (Sharad Pawar) की एक और मुलाकात ने सभी को चौंका दिया है. हर कोई जानना चाहता है कि विपक्ष के तमाम विरोध के बाद एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार अडानी ग्रुप के चेयरमैन से क्यों मिल रहे हैं. अडानी-हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद ये दूसरी बार है कि दोनों की मुलाकात हुई है. हालांकि अब इस पर शरद पवार ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है. शरद पवार ने अडानी से मुलाकात को टेक्निकल बता दिया है. लेकिन इसके बावजूद सियासी गलियारों में अडानी और पवार के बीच बातचीत पर तमाम कयास लगाए जाने लगे हैं.


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अडानी और पवार की मुलाकात


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अडानी खुद शरद पवार से मिलने उनके आवास पर गुरुवार को पहुंचे थे. इससे पहले पवार और अडानी के बीच इसी साल अप्रैल महीने में भी मुलाकात हुई थी. पर इस मुलाकात को टेक्निकल बताते हुए शरद पवार ने कहा कि सिंगापुर से डेलीगेशन मेरे पास आए थे और वे किसी टेक्निकल मुद्दे पर गौतम अडानी से मुलाकात करना चाहते थे. सिंगापुर के डेलीगेशन और गौतम अडानी के बीच मीटिंग थी. हालांकि, यह एक टेक्निकल मामला था. इसलिए इसके बारे में मुझे ज्यादा मालूम नहीं है.


करीब 30 मिनट तक चली मीटिंग


गौरतलब है कि गौतम अडानी और शरद पवार के बीच ये मीटिंग करीब 30 मिनट तक चली थी. हालांकि, शरद पवार ने भले ही इस मीटिंग को तकनीकी कहकर टाल दिया, पर महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है. जान लें कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर शरद पवार पहले ही गौतम अडानी के बचाव में बयान दे चुके हैं.


हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में क्या था?


जान लें कि अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग ने कुछ महीने पहले अडानी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी. अपनी रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया था कि अडानी ग्रुप ने अकाउंट में धोखाधड़ी और मार्केट में हेरफेर की है. हालांकि ये रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी के शेयरों में बड़ी गिरावट आई थी. लेकिन अडानी ग्रुप ने इस आरोपों को भ्रामक और झूठा बताया था.


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