फडणवीस सरकार में विभाग बंटवारे से कई मंत्री नाखुश, अजित पवार के बयान के क्या हैं मायने?
Maharashtra government: क्या महाराष्ट्र की महायुति सरकार की कैबिनेट में अंदखाने कोई रस्साकसी चल रही है. ये सवाल इसलिए क्योंकि स्वयं डिप्टी सीएम अजित पवार (Deputy Chief Minister Ajit Pawar) ने एक चिंताजनक बयान देकर महाविकास अघाड़ी वालों को तंज करने का मौका दे दिया है.
Ajit Pawar on portfolio allocation: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने रविवार को अपनी सरकार (Maharashtra government) और कैबिनेट (Maharashtra Cabinet) से जुड़ा सनसनीखेज बयान देकर महायुति में अंदरखाने मचे खींचतान की अटकल वाली खबरों की चिंगारी को एक बार फिर हवा दे दी. अजित पवार ने दोपहर में स्वीकार किया कि मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे को लेकर कुछ साथियों में असंतोष है. हालांकि उन्होंने इसे सामान्य घटनाक्रम बताया.
आपको बताते चलें कि एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नई सरकार में विभागों का आवंटन किया था. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पवार ने एक कार्यक्रम में कहा, 'चूंकि मंत्रियों की संख्या अधिक है, इसलिए CM देवेंद्र फडणवीस को प्रत्येक मंत्री को एक विभाग देना पड़ा. जाहिर है, कुछ खुश हैं और कुछ नहीं.' हालांकि पवार, जिनका सूबे का सबसे महत्वपूर्ण वित्त मंत्रालय बरकरार रखा गया उन्होंने ये बात बड़े सामान्य लहजे में कही. अपने निर्वाचन क्षेत्र बारामती में हुए रोड शो में भाग लेते हुए पवार ने ये बयान दिया. इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने कार्यालय का कार्यभार संभालने का ऐलान किया.
सबका ध्यान रखेंगे: अजित पवार
अजित पवार ने महाराष्ट्र के सभी हितधारकों को आश्वस्त करने की बात दोहराते हुए कहा, 'लंबित परियोजनाओं पर काम जल्द शुरू होगा. रुके प्रोजेक्ट्स के बारे में लोगों की चिंताओं को संबोधित करते हुए, पवार ने कहा, 'चिंता की बात नहीं है 20 नवंबर को विधानसभा चुनावों की आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण परियोजनाओं को रोकना पड़ा था. गौरतलब है कि राज्य में चुनाव परिणाम यानी नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए थे.