Zee Sammelan 2022: कब तक कांग्रेस चुनेगी अपना नया अध्यक्ष? अभिषेक मनु सिंघवी ने दिया जवाब
Zee Sammelan 2022: अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष चुनने में थोड़ा वक्त जरूर लगा है लेकिन अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया चल रही है.
Zee Sammelan 2022: ज़ी सम्मेलन-2022 में कांग्रेस से राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी भी शामिल हुए. इस कार्यक्रम में अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि महाराष्ट्र की सियासत में बीजेपी के रोल को इग्नोर नहीं किया जा सकता है. वहीं महाराष्ट्र में जो हो रहा है उससे कांग्रेस चिंतित है और शिवसेना का ये आंतरिक मामला है. साथ ही उन्होंने ये बात भी बताई कि कांग्रेस कब तक अपनी पार्टी का अध्यक्ष चुन लेगी.
कब तक मिलेगा अध्यक्ष?
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष चुनने में थोड़ा वक्त जरूर लगा है लेकिन अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया चल रही है और इस साल अगस्त और सितंबर तक कांग्रेस पार्टी अपना अध्यक्ष चुन लेगी. इसको लेकर प्रक्रिया चल रही है. वहीं पार्टी छोड़कर जाने वाले लोगों के लिए सिंघवी ने कहा कि आना जाना लगा रहता है. कुछ परिस्थितियां ऐसी रहती हैं, जिसके कारण ऐसा होता है.
सरकार ने लिए थे एक्शन
वहीं अभिषेक मनु सिंघवी ने मोदी सरकार के आठ साल के कार्यकाल को लेकर कहा कि आश्चर्य है कि इतनी असफलताओं के बाद उनका कम्युनिकेश इतना अच्छा है कि वो उसे ढक लेते हैं. वहीं यूपीए में जो स्कैम हुए वो गठबंधन की दूसरी पार्टियों ने किए, जिसको लेकर एक्शन भी सरकार ने लिए थे.
जांच एजेंसियों पर सवाल
साथ ही उन्होंने कहा कि अप्रैल 2022 की बेरोजगारी की दर 7.9 फीसदी है. वहीं लेबर पार्टिशिपेशन रेट 2016 में 47 फीसदी था और आज ये काफी घट गया है. उन्होंने कहा कि महंगाई भी बढ़ी है. साल 2014 से 2021 के बीच में वैश्विक इंडेक्स ने भारत की रेटिंग घटाई है. सांसद राहुल गांधी से ईडी ने हाल ही में पूछताछ की. इसको लेकर सिंघवी ने कहा कि लोगों को ये जानना जरूरी है कि जांच एजेंसियां संविधान के अधीन हैं. हालांकि इसका दुरुपयोग ये सरकार काफी कर रही है. एजेंसी के दुरुपयोग का परिणाम जीरो है.
सकारात्मक सुझाव
सिंघवी ने जी23 को लेकर कहा कि इसमें एक पहलू है ठोक सकारात्मक सुझाव देकर सुधार लाना. साथ ही दूसरा पक्ष ये भी था कि क्या आप पार्टी को तोड़ना चाहते हैं या वाकई बदलाव लाना चाहते हैं, ये विषय भी था. इसको लेकर चिंतिन शिविर भी खुले रूप से हुआ. इस शिविर में एक नोट बनाया गया और एक सार निकाला गया, जिसको लागू भी किया जा रहा है. वहीं गांधी फैमिली को लेकर बीजेपी लगातार हमलावर रही है. परिवारवाद को लेकर भी काफी बार सवाल उठते रहे हैं. इसको लेकर सिंघवी ने कहा कि बीजेपी को पंजाब के बादल में और महाराष्ट्र के ठाकरे में परिवारवाद नहीं दिखता वो केवल कांग्रेस में ही दिखता है.
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