आंखों में सूखापन, जलन और एलर्जी जैसी समस्याएं एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस के मुख्य लक्षण हैं. दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण आंखों की ये समस्या तेजी से बढ़ रही हैं. यह बीमारी खासकर उन लोगों को हो रही है, जो पहले से ही आंखों की समस्या या एलर्जी से जूझ रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण आंखों के लिए एक गंभीर खतरा है, खासकर कंजंक्टिवा और कॉर्निया के लिए. प्रदूषित हवा में मौजूद सूक्ष्म कण आंखों की सतह को प्रभावित करते हैं, जिससे इन समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली में 20 नवंबर की सुबह वायु गुणवत्ता "गंभीर" श्रेणी में है. बुधवार को सुबह 10 बजे औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 427 था, जो दिल्ली को भारत का सबसे प्रदूषित शहर बना रहा. इस खराब हवा के कारण आंखों से संबंधित समस्याएं बढ़ रही हैं, जिनमें सूजन, जलन और एलर्जी प्रमुख हैं. 


खतरे में आंखें

एम्स नई दिल्ली के आर पी सेंटर फॉर ऑप्थेल्मिक साइंसेज के प्रोफेसर डॉ. रोहित सक्सेना ने आईएएनएस को बताया, प्रदूषण हमारी आंखों के लिए एक गंभीर खतरा पैदा करता है. यह कंजंक्टिवा और कॉर्निया को प्रभावित कर सकता है. प्रदूषित वातावरण में मौजूद सूक्ष्म कण आंखों की सतह को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है." डॉ. सक्सेना ने यह भी कहा कि यह समस्या खासकर उन बच्चों और वयस्कों के लिए चिंता का विषय है, जो पहले से ही सूखी आंखों या एलर्जी से जूझ रहे हैं. प्रदूषण के संपर्क में आने से ये स्थितियां और खराब हो जाती हैं.

इसे भी पढ़ें- आंखों में जलन और थकान का फ्री इलाज है 20 20 20 रूल, तुरंत पा सकते हैं आराम


 


अमेरिकी शोध से नई जानकारी

कोलोराडो विश्वविद्यालय के अंशुट्ज मेडिकल कैंपस के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक हालिया अध्ययन में यह पाया गया कि पीएम10 के संपर्क में आने वाले क्षेत्रों में रहने वालों को आंखों में संक्रमण होने का जोखिम दोगुना हो सकता है. यह शोध यह दर्शाता है कि प्रदूषण आंखों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकता है, जिससे जलन, खुजली, पानी आना और आंखों में लालिमा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.

इसे भी पढ़ें- दिल्ली की ही नहीं, 2024 में इन शहरों की हवा भी बन गयी है जहरीली, महीने भर रहने से ही छोटी होने लगती है जिंदगी


 


विशेषज्ञों की सलाह

पटपड़गंज स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की ऑप्थैल्मिक सर्जरी कंसल्टेंट डॉ. स्मृति गोयल ने कहा, "गंभीर मामलों में वायु प्रदूषण से दर्द या नजर धुंधली हो सकती है, जिसके लिए तुरंत इलाज की आवश्यकता हो सकती है." डॉ. गोयल ने एलर्जी से ग्रस्त व्यक्तियों को एंटी एलर्जिक आई ड्रॉप्स का उपयोग करने और समय पर उपचार की सलाह दी है. इसके अलावा, उन्होंने आंखों की नमी बनाए रखने के लिए लुब्रिकेटिंग ड्रॉप्स का इस्तेमाल करने और ठंडी पट्टियां लगाने की सलाह दी है. चश्मा या धूप का चश्मा पहनने से प्रदूषण से बचाव संभव हो सकता है.

-एजेंसी-

 


 


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.