आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर लोग स्वास्थ्य चेतावनियों को दरकिनार करते हुए अनियमित खान-पान करते हैं. जिससे कई बार हमारे लिवर में कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं. हमारे खान-पान पर ध्यान न दे पाने की वजह से लिवर खराब होने लगता है. इस कारण लिवर का फैटी होना, इसमें सूजन आ जाना और लिवर में इन्फेक्शन हो जाने जैसी तमाम चीजें शामिल हैं, जो हमारे लिवर को खराब कर देतीं हैं.


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यूपी के हरदोई में शतायु आयुर्वेदा एवं पांचजन्य केंद्र के संस्थापक डॉक्टर अमित कुमार ने बताया कि सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि आपका लिवर काम कैसे कर रहा है. यदि खाना पचने में समस्या आ रही है, तो समझ जाइए आपके लिवर में कहीं कुछ समस्या है. साथ ही मुंह से बदबू आना, आंखों के नीचे काले धब्बे पड़ना, पेट में हमेशा दर्द रहना, भोजन का सही ढंग से नहीं पचना, त्वचा पर सफेद धब्बे पड़ना, पेशाब या मल का गहरे रंग में बदल जाने की समस्या को भी डॉक्टर अमित लिवर की खराबी से ही जोड़ कर देखते हैं.


डॉक्टर अमित का कहना है कि कई बार इन समस्याओं के अलावा व्यक्ति के पाचन तंत्र के खराब होने की वजह से भी लिवर में फैट इकट्ठा हो जाता है, जिससे लिवर खराब होने लगता है. कई बार लिवर में समस्या होने की वजह से त्वचा पर सफेद धब्बे पड़ने लगते हैं, जिसे 'लिवर स्पॉट' भी कहा जाता है. अगर हमारा लिवर सही से काम नहीं कर रहा होता है तो मुंह से बदबू भी आने लगती है.


बचाव और उपाय क्या?
उन्होंने इससे बचाव और उपचार के बारे में बताया कि लिवर की बीमारी में सबसे ज्यादा जरूरी इसकी समय पर पहचान होती है. जब तक यह पता न लगा लिया जाए कि लिवर किस स्टेज तक खराब है या फैटी है तब तक दवाओं का सेवन भी नहीं करने की सलाह दी जाती है. जब तक लिवर की बीमारी का पता नहीं चल जाता, तब तक इससे जुड़ी बीमारियों का इलाज करने पर कम समय के लिए भले ही आराम मिल जाए, लेकिन मरीज पूरी तरह ठीक नहीं होता है. डॉक्टर लिवर की स्थिति जान कर ही दवाएं देते हैं.


इलाज क्या?
इससे जुड़े इलाज पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यदि लिवर सिरोसिस तक नहीं पहुंचा है तो यह घरेलू उपायों से भी ठीक होने लगता है. इसके लिए कॉफी पाउडर बहुत अच्छा उपाय है. यदि कॉफी को बिना दूध और चीनी के लिया जाए तो यह हमारे लिवर से फैट निकालकर इसे स्वस्थ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हल्दी में भी कई ऐसे कारक होते हैं जो हमारे लिवर को ठीक करने में अहम योगदान निभा सकते हैं. हल्दी हेपेटाइटिस बी और सी के कारण होने वाले वायरस को बढ़ने से रोकती है.


क्या खाएं और क्या नहीं?
इसके अलावा जिन लोगों को फैटी लिवर ग्रेड दो है, वह लोग एप्पल साइडर विनेगर को शहद में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं, इससे बड़ा आराम मिलता है. साथ ही आंवला, पपीता, आम जैसे फल भी विटामिन से भरपूर होते हैं. यदि लोग तला-भुना खाना बंद करके सादे खाने का सेवन करने लगें, तो लिवर की समस्याओं से बहुत हद तक छुटकारा पाया जा सकता है.