सौंफ में अच्छी मात्रा में विटामिन सी होता है जो गर्मी के कारण शरीर में होने वाली सूजन को रोकता है. इसके अलावा गर्मी के कारण हुई अपच, पेट में जलन में भी सौंफ उपयोगी है. सौंफ के बीज पेट में पाचन रस को बढ़ाते हैं और एसिडिटी से निजात दिलाते हैं. गर्मी में सौंफ, खसखस और मिश्री से बनी ठंडाई पीने से बहुत लाभ होता है.
गर्मी के कारण शरीर का लाल चकत्ते बनने, छाले या मतली होने पर मेथी का उपयोग लाभकारी है. स्वाद में कड़वे लगने वाले ये दाने शरीर को खासी ठंडक देते हैं. इन्हें पानी में भिगोकर रात भर के लिए रख दें फिर अगली सुबह यह पानी पी लें. मेथी को सेंककर पीसकर भी खाया जा सकता है.
भारतीय भोजन में सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले मसालों में से एक है जीरा. भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ यह सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी है. यह गैस और एसिडिटी से राहत देता है. इसके अलावा दही, नींबू पानी, आम का पना आदि में पिसा हुआ जीरा मिलाकर खाने से शरीर को बहुत ठंडक मिलती है. यह लू से भी बचाता है.
स्वाद में खट्टे-मीठे लगने वाले अमचूर पाउडर में ढेर सारे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं. यह शरीर को ठंडा रखता है और गर्मी के कारण होने वाले वाली स्किन संबंधी समस्याओं से बचाता है. जिन लोगों की स्किन ऑइली हो और जिन्हें ज्यादा पसीना आता हो, उन्हें गर्मी में अमचूर खाने से लाभ होगा. अमचूर का उपयोग चटनी बनाने, शरबत बनाने में किया जाता है.
धनिया के बीज पाचन तंत्र की सफाई करते हैं और गर्मी के कारण होने वाली जलन को रोकते हैं. यह हमारे शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं. इसके अलावा धनिया के बीज में डायफोरेटिक गुण होते हैं, जो बुखार के इलाज में भी उपयोगी हैं. इनमें एंटीऑक्सिडेंट और हाई फाइबर होने के कारण यह लीवर फंक्शनिंग को बेहतर करते हैं.
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