अलवर/ जुगल गांधी: राजस्थान की अलवर लोकसभा सीट से कोंग्रेस प्रत्याशी जितेंद्र सिंह के नाम की आधिकारिक घोषणा गुरुवार रात करीब 11 बजे कर दी गई. इसे लेकर कंग्रेस कार्यकर्ताओ में खुशी की लहर है. जितेंद्र सिंह आज अलवर पहुंचेंगे, दिल्ली से अलवर आते समय भिवाड़ी मोड़ से अलवर तक रास्ते मे जगह जगह उनका स्वागत किया जाएगा. 


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जितेंद्र सिंह ने 1998 में कोंग्रेस की सदस्यता ली थी और शहर विधानसभा से चुनाव लड़े और पहली बार विधायक बने थे. इस दौरान उन्होंने भाजपा के मीना अग्रवाल को हराया. इसके बाद अलवर की जनता ने उन्हें एक बार फिर 2003 में विधायक बनाया. इस बार उनके सामने भाजपा की प्रत्याशी पुष्पा गुप्ता को उन्होंने हराया. केंद्र में यूपीए सरकार बनने और जितेंद्र सिंह की राहुल गांधी से नजदीकियों के चलते जितेंद्र सिंह को एआईसीसी में सचिव बनाया गया. 


जितेंद्र सिंह को 2009 के लोकसभा चुनावों में अलवर से कोंग्रेस ने प्रत्याशी बनाया और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी डॉ. किरण यादव को एक लाख 56 हजार 619 मतों से हराया. उन्हें 2011 में केंद्र में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की जिम्मेदारी मिली. इसके बाद उन्हें खेल एवं युवा मामलों का स्वतंत्र प्रभार के साथ ही रक्षा राज्य मंत्री जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली.


2014 के लोकसभा चुनावों में मोदी लहर में जितेंद्र सिंह भाजपा प्रत्याशी महंत चांदनाथ से 2 लाख 83 हजार 895 वोटों से हार गए , इस बीच अलवर सांसद चांदनाथ का बीमारी के चलते देहांत हो गया और उपचुनाव में कोंग्रेस प्रत्याशी डॉ. करण सिंह ने भाजपा प्रत्याशी डॉ. जसवंत सिंह को हराकर सांसद सीट पर कब्जा किया. अब 2019 के लोकसभा चुनावों में कोंग्रेस ने फिर एक बार जितेंद्र सिंह पर भरोसा जताया और उन्हें अलवर लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है. अभी अलवर लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई लेकिन महंत बालकनाथ की सक्रियता से अंदाजा लगाया जा रहा है इस बार जितेंद्र सिंह के सामने भाजपा के बालक नाथ प्रत्याशी हो सकते हैं.