हरिद्वार संसदीय क्षेत्र: हरि की नगरी में आसान नहीं रही बीजेपी और कांग्रेस की चुनावी राह
लोकसभा चुनाव 2019 में हरिद्वार संसदीय सीट से कुल 15 उम्मीदवार अपनी किस्तम आजमां रहे हैं. जिसमें बीजेपी के डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, कांग्रेस के अंबरीश कुमार और बसपा के डॉ. अंतरिक्ष सैनी शामिल हैं. इस चुनाव में जीत का सेहरा किसके सिर बंधता है, इसका फैसला 23 मई को अंतिम नतीजे आने के बाद ही हो पाएगा.
नई दिल्ली: देश की प्रमुख धार्मिक नगरी और उत्तराखंड की राजधानी होने के चलते हरिद्वार संसदीय सीट को सूबे की सबसे प्रमुख सीट के तौर पर देखा जाता है. 1977 में अस्तित्व में आई इस सीट पर हमेशा से बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर रही है. फिलहाल, यहां से बीजेपी के डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक सांसद हैं. निशंक उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में हरिद्वार संसदीय सीट से कुल 15 उम्मीदवार अपनी किस्तम आजमां रहे हैं. जिसमें बीजेपी के डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, कांग्रेस के अंबरीश कुमार और बसपा के डॉ. अंतरिक्ष सैनी शामिल हैं. इस चुनाव में जीत का सेहरा किसके सिर बंधता है, इसका फैसला 23 मई को अंतिम नतीजे आने के बाद ही हो पाएगा.
हरिद्वार ने दिए बीजेपी को 5 और कांग्रेस को 4 सांसद
हरिद्वार कभी एक राजनैतिक दल का गढ़ नहीं रहा है. यहां के मतदाताओं ने समय समय पर अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर अपने राजैनतिक नेतृत्व को बदला है. इसी का नतीजा है कि हरिद्वार में अब तक कुल 12 लोकसभा चुनाव हुए हैं. जिसमें पांच बार बीजेपी के उम्मीदवारों को जनता ने अपना प्रतिनिधित्व देकर संसद में भेजा. वहीं चार बार कांग्रेस के उम्मीदवारों को यहां से मौका मिला. इनके अलावा, भारतीय लोक दल के भगवान दास राठौर, जनता पार्टी के जगपाल सिंह और सपा के राजेंद्र कुमार बादी भी हरिद्वार से सांसद रह चुके हैं. उल्लेखनीय है कि 1977 से 2004 के बीच अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रही इस सीट को 2009 में सामान्य सीट घोषित किया गया था. इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत हरिद्वार और देहरादून जिले आते हैं. जिनमें कुल मतदाताओं की संख्या करीब 1798951 है.
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हरीश रावत की पत्नी को शिकस्त दे निशंक बने थे सांसद
2014 में हुए लोकसभा चुनाव में हरिद्वार से कुल 24 उम्मीदवारों ने अपनी किस्तम आजमाई थी. जिसमें प्रमुख तौर पर मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस और बीएसपी के बीच था. यहां से बीजेपी के रमेश पोखरियाल निशंक, कांग्रेस की रेणुका रावत (उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पत्नी) और बीएसपी के हाजी मोहम्मद इस्लाम चुनाव मैदान में थे. इस चुनाव में बीजेपी के रमेश पोखरियाल निशंक ने 5.92 लाख से अधिक वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. वहीं कांग्रेस की रेणुका रावत को 4.14 लाख और बीएसपी के हाजी मोहम्मद इस्लाम को 1.13 लाख वोट मिले थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में 3049 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया था, वहीं 21 उम्मीदवारों को एक फीसदी से भी कम वोट मिले थे.
हरिद्वार संसदीय सीट से कब-कब कौन रहा सांसद
लोकसभा (अवधि) | सांसद का नाम | राजनैतिक दल |
1977 - 1980 | भगवानदास राठौर | भलद |
1980 - 1984 | जगपाल सिंह | जपा(स) |
1984 - 1987 | सुंदर लाल | कांग्रेस |
1987 - 1989 | राम सिंह | कांग्रेस |
1989 - 1991 | जगपाल सिंह | कांग्रेस |
1991 - 1996 | राम सिंह | भाजपा |
1996 - 1998 | हरपाल सिंह साथी | भाजपा |
1998 - 1999 | हरपाल सिंह साथी | भाजपा |
1999 - 2004 | हरपाल सिंह साथी | भाजपा |
2004 - 2009 | राजेंद्र कुमार बादी | सपा |
2009 - 2014 | हरीश रावत | कांग्रेस |
2014 -2019 | डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक | भाजपा |