लोकसभा चुनाव 2019 के लिए, बीजेपी ने एक बार फिर अजय टम्टा को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस से प्रदीप टम्टा, बसपा से बहादुर राम धौली सहित तीन अन्य उम्मीदवार बीजेपी के अजय टम्टा को चुनौती देने के लिए चुनावी मैदान में हैं.
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नई दिल्ली: अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र को उत्तराखंड का प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन केंद्र है. सुंदर वादियों से घिरे अल्मोडा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला बैजनाथ न केवल उत्तराखंड बल्कि देश का प्रमुख धार्मिक केंद्र है. वहीं चंपावत, बागनाथ और पिथौरागढ़ की गिनती यहां के प्रमुख पर्यटन केंद्र में की जाती है. राजनैतिक दृष्टि से देखें तो आजादी के बाद 38 साल तक कांग्रेस ने इस क्षेत्र का प्रतिधित्व संसद में किया. मौजूदा समय में, यहां से बीजेपी के अजय टम्टा सांसद हैं. वहीं, लोकसभा चुनाव 2019 के लिए, बीजेपी ने एक बार फिर अजय टम्टा को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस से प्रदीप टम्टा, बसपा से बहादुर राम धौली सहित तीन अन्य उम्मीदवार बीजेपी के अजय टम्टा को चुनौती देने के लिए चुनावी मैदान में हैं.
मुरली मनोहर जोशी ने अल्मोड़ा से जीता था अपना पहला चुनाव
1957 से 1991 तक अल्मोड़ा का संसद में कांग्रेस ने प्रतिनिधित्व किया है. इस अवधि में, 1977 से 1980 के बीच तीन साल तक जनता पार्टी ने संसद में अल्मोड़ा का प्रतिनिधित्व किया है. 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर पहली बार मुरली मनोहर जोशी लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. 1991 में हुए देश के दसवें लोकसभा चुनाव में अल्मोड़ा की हवा बदली और पहली बार बीजेपी के जीवन शर्मा सांसद बने. वहीं, 1996 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के बच्ची सिंह रावत को जीत मिली. बच्ची सिंह रावत अल्मोड़ा से लगातार चार बार सांसद रहे. 2009 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के प्रदीप टम्टा चुनाव जीतने में कामयाब रहे. हालांकि वे अपनी इस जीत को 2014 के चुनाव में जारी नहीं रख पाए. 2014 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर यहां से बीजेपी की जीत हुई और अजय टम्टा सांसद बनकर लोकसभा पहुंच गए.
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2014 में 95 हजार से अधिक वोटों से अजय टम्टा ने जीती थी अल्मोड़ा सीट
2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की अल्मोड़ा सीट से कुल नौ प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे. इन प्रत्याशियों में मुख्य मुकाबला बीजेपी के अजय टम्टा और कांग्रेस के प्रदीप टम्टा के बीच था. बीएसपी ने यहां से बहादुर राम धौली को अपना उम्मीदवार बनाया था. इस चुनाव में बीजेपी के अजय टम्टा को कुल 348186 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी. वहीं यहां से कांग्रेस के प्रदीप टम्टा 252496 वोट पाकर दूसरे पायदान पर रहे थे. बीएसपी के बहादुर राम धौली को महज 14150 वोट से संतोष करना पड़ा था. अल्मोड़ा संसदीय सीट पर 15245 मतदाता ऐसे भी थे, जिन्होंने ईवीएम में नोटा का बटन दबाया था.
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अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र से कब-कब कौन रहा सांसद
लोकसभा (अवधि) | विजय प्रत्याशी | राजनैतिक दल |
1957-1960 | जंग बहादुर सिंह बिष्ट | कांग्रेस |
1960-1962 | हरगोविन्द पन्त | कांग्रेस |
1962-1967 | जंग बहादुर सिंह बिष्ट | कांग्रेस |
1967-1971 | जंग बहादुर सिंह बिष्ट | कांग्रेस |
1971-1977 | नरेंद्र सिंह बिष्ट | कांग्रेस |
1977-1980 | मुरली मनोहर जोशी | जनता पार्टी |
1080-1984 | हरीश रावत | कांग्रेस |
1984-1989 | हरीश रावत | कांग्रेस |
1989-1991 | हरीश रावत | कांग्रेस |
1991-1996 | जीवन शर्मा | भाजपा |
1996-1998 | बच्ची सिंह रावत | भाजपा |
1998-1999 | बच्ची सिंह रावत | भाजपा |
1999-2004 | बच्ची सिंह रावत | भाजपा |
2004-2009 | बच्ची सिंह रावत | भाजपा |
2009-2014 | प्रदीप टम्टा | कांग्रेस |
2014-2019 | अजय टम्टा | भाजपा |