नई दिल्ली: थेनकासी लोकसभा सीट पर पहली बार 1957 में चुनाव हुआ था. 1967 से यह सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है. 1957 से 1996 तक लगातार कांग्रेस का इस सीट पर कब्जा रहा. 2004 से 2014 तक इस सीट पर CPI का कब्जा रहा. 2014 के चुनाव में AIADMK के एम वसंती की जीत हुई थी, उन्होंने पीटी पार्टी के डॉक्टर कृष्णास्वामी को हराया था. AIADMK ने के कृष्णास्वामी को टिकट दिया है. वहीं, DMK ने धनुष कुमार को टिकट दिया है.


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तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है जहां नेशनल पार्टियों की नहीं, बल्कि क्षेत्रीय दलों का दबदबा रहा है. DMK और AIADMK यहां की दो प्रमुख क्षेत्रीय पार्टियां हैं. इस चुनाव में कांग्रेस DMK के साथ और BJP, AIADMK और PMK साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस 9 सीटों पर और बीजेपी 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. दोनों की सहयोगी पार्टियां DMK और AIADMK भी केवल 20-20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बाकी सीटों पर अन्य छोटी क्षेत्रीय पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में 39 सीटों में 37 सीटों पर तो केवल AIADMK की जीत हुई थी. एक सीट पर बीजेपी और एक सीट पर PMK की जीत हुई थी. दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ी थी. DMK का खाता भी नहीं खुल पाया था.


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2014 के आंकड़ों के मुताबिक, इस सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 1382081 है. इनमें पुरुषों की संख्या 688958 और महिला मतदाताओं की संख्या 693123 है. इस सीट पर दलितों की अच्छी खासी आबादी है. 15 फीसदी आबादी दलितों की है. थेवर जाति की आबादी 12 फीसदी है. नडार की आबादी 8 फीसदी है. इसके अलावा मुस्लिमों और यादवों की भी अच्छी आबादी है.