कोलकाताः लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी ने अनुभवी नेताओं की जगह जानी-मानी हस्तियों पर भरोसा जताते हुए सात अभिनेताओं, एक पार्श्व गायक और दो फुटबॉलरों को मैदान में उतारा था, जिनमें ज्यादातर हस्तियां पार्टियों के भरोसे पर खरी उतरीं. इससे पार्टियों का विश्वास इन मशहूर हस्तियों के प्रति मजबूत हुआ है. हालांकि तृणमूल कांग्रेस ब्रिगेड में शामिल हस्तियों ने भगवा पार्टी की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया और पार्टी के टिकट पर पांच हस्तियों ने लोकसभा चुनाव जीता, जबकि बीजेपी के दो स्टार उम्मीदवार विजयी हुए.


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आसनसोल सीट पर सबकी नजर रही, जहां तृणमूल की ओर से मैदान में उतरी अभिनेत्री मुनमुन सेन और बीजेपी की ओर से उतरे पार्श्व गायक बाबुल सुप्रियो के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिला, जिसमें सुप्रियो ने बाजी मार ली. सुप्रियो ने सेन को 197637 मतों के भारी अंतर से हराया.



तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मुनमुन सेन को बांकुरा की जगह आसनसोल से बाबुल सुप्रियो के खिलाफ उतारा था. सेन 2014 में बांकुरा सीट से जीती थीं. गायक से नेता बने बाबुल सुप्रियो को 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में जगह देते हुये राज्य मंत्री बनाया था.


चुनाव अभियान और मतदान के दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं के साथ विवाद के कारण सुप्रियो काफी चर्चा में रहे थे. इस मामले में दो नए चेहरों ने भारी अंतर से जीत हासिल की, जबकि दो अन्य मौजूदा सांसदों ने भी आसान जीत दर्ज कर अपनी सीटों को बरकरार रखा.


बशीरहाट में नुसरत जहां रुही ने बीजेपी के सायंतन बसु को 3,50,369 मतों से हराया, जबकि जाधवपुर में मिमी चक्रवर्ती ने 2,95,239 मतों के अंतर से भारी जीत दर्ज की.मौजूदा तृणमूल सांसद और बंगाली फिल्म अभिनेता देव और शताब्दी रॉय ने घाटल और बीरभूम सीट से आसानी से जीत हासिल की. बीजेपी की लॉकेट चटर्जी ने हुगली सीट पर तृणमूल के डॉ. रत्ना डे नाग को हरा दिया.