ऐसा माना जाता है कि जो समाज एकसूत्र में पिरोया हुआ होता है वो विकास के पथ पर समान रूप से आगे बढ़ता है. लेकिन बिहार सरकार ने बच्चों की छुट्टियों पर एक ऐसा कैलेंडर जारी कर दिया है जिस पर विवाद शुरु हो गया है. विवाद इसलिए क्योंकि नीतीश सरकार का ये कैलेंडर बच्चों को ये सिखाता है कि वो विद्यार्थी नहीं बल्कि हिन्दू, मुस्लिम और सिख हैं.