प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल जैसे नेता, जो कभी शरद पवार की परछाई समझे जाते थे, जो शरद पवार को अपना गुरु और मार्गदर्शक बताते नहीं थकते थे. उन्होंने कुछ इस अंदाज़ में पाला बदला, कि शरद पवार की पावर ही चली गई. बग़ावत के बाद एनसीपी के दोनों गुट एक दूसरे के खिलाफ़ बयानबाज़ी के साथ साथ सियासी दांवपेच भी आज़मा रहे हैं.