Taal Thok Ke: ज्ञानवापी पर न्याय ना तो दूर है. ना इसमें देर है. ये हम इसलिये कह सकते हैं क्योंकि कल दोपहर से कल रात तक जो हुआ है. वो बहुत ही रफ्तार में हुआ है. कल ही काशी की अदालत ने ज्ञानवापी के नीचे व्यास जी के तहखाने में पूजा की इजाज़त दी थी. और कल रात को ही पहली पूजा भी हो गई. पूरे 30 साल बाद ये पूजा शुरू हुई. आप उसी तहखाने के अंदर की एक्सक्लूसिव तस्वीरें देख रहे हैं. कोर्ट ने 7 दिन में पूजा के बंदोबस्त करवाने को कहा था, कोर्ट ने कल रात ही कर दिये. राम मंदिर का मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर शास्त्री के साथ 5 ब्राह्मण और व्यास परिवार के लोग तहखाने में गये. कलेक्टर-कमिश्नर भी साथ थे. तहखाने में बिखरी मूर्तियों को इकट्ठा करके व्यवस्थित किया. पूरी जगह को गंगा जल से शुद्ध किया. और स्वस्तिवाचन के साथ रात एक बजे पूजा कर दी. तहखाने से शंख और घंटियों की आवाज़ गूंजी तो भक्तों ने ज्ञानवापी के बाहर लगे साइन बोर्ड पर लिखे मस्जिद शब्द को ढक दिया. और उसकी जगह मंदिर शब्द चिपका दिया. और अब तहखाने में 5 समय की पूजा का शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है. 1 फरवरी इस तारीख ने एक बार फिर खुद को दोहराया है.