इज़रायल और हमास के बीच 10 दिन से जारी युद्ध के बीच अचानक अमेरिका के रुख में बदलाव आता दिख रहा है। इज़रायल पर हमास के हमले के पहले दिन से ही अमेरिका खुलकर इज़रायल के साथ खड़ा दिखा। हमास को आतंकी संगठन और हमास के आतंकियों को शैतान बताया। अमेरिका ने इज़रायल में हथियार भेजे, युद्धपोत भेजे, अपने मंत्रियों को भेजा और अब राष्ट्रपति जो बाइडेन ख़ुद भी इज़रायल जाने वाले हैं। अमेरिका की शह पर इज़रायल ने ग़ाज़ा पट्टी पर इतने बम बरसाए कि पूरा इलाक़ा खंडहर बन गया है। हजारों लोग मारे जा चुके हैं, हज़ारों घायल हैं और जो ज़िंदा बचे हैं वो अपनी सलामती की दुआ कर रहे हैं। इस बीच अमेरिका अपने पुराने रुख़ से पलटी मारता दिख रहा है। अब जो बाइडेन का कहना है कि ग़ाज़ा के लोग बेवजह मारे जा रहे हैं, उनका हमास से कोई लेना देना नहीं है। यहीं अमेरिका ने तो इज़रायल को ये नसीहत तक दे डाली कि वो ग़ाज़ा पर क़ब्ज़ा करने की भूल बिल्कुल ना करे।