कश्मीर घाटी में गुरुवार (27 जुलाई) को करीब 34 साल के बाद बिना प्रतिबंध के मुहर्रम का जुलूस (Muharram Procession) निकाला गया. घाटी में 1989 के बाद बिगड़े हालातों की वजह से इस जुलूस को निकालने की इजाजत नहीं मिलती थी. एलजी सिन्हा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच श्रीनगर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने शिया शोक मनाने वालों से मुलाकात की और अपने विचारों का आदान-प्रदान किया.