Parliament Security Breach Update: संसद में घुसपैठ केस में हर दिन के साथ नए खुलासे हो रहे हैं. तो सियासत का पहिया भी फुल रफ्तार में है. पुलिस के मुताबिक संसद भवन की सुरक्षा का पूरा एक्सरे करने के लिए आरोपी मनोरंजन पहले भी दर्शक दीर्घा में बैठ चुका था और प्लानिंग के तहत ही घटना वाले दिन यानि 13 दिसंबर को दोनों दर्शक दीर्घा में सबसे आगे की पंक्ति में बैठे थे ताकि सदन में कूदने में आसानी हो. कल पता चला था कि आरोपी सागर शर्मा ने आत्मदाह की भी प्लानिंग की थी. इन सबके बीच अलग अलग हो रही पुलिस पूछताछ में आरोपी लगातार अपने बयान बदल रहे हैं. अब पुलिस उन बयानों के मिलान करके असली कहानी के गर्त तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. पुलिस के मुताबिक 2 से 3 आरोपी कट्टर विचारधारा वाले दिख रहे हैं लेकिन वो सोशल मीडिया से प्रेरित दिख रहे हैं. आरोपी ललित झा ने जिन मोबाइल फोन को जला दिया था. पुलिस ने उनके अवशेष भी बरामद कर लिये हैं.अब सवाल ये है कि पुलिस उनसे सबूत कैसे खंगालेगी. पुलिस फुल रफ्तार से अपने काम में जुटी है. कल और भले ही संसद में छुट्टी रही हो लेकिन सियासत आज भी काम पर है. भर भरकर वार पलटवार हो रहे हैं. इसी मुद्दे पर आज प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष को बड़ी नसीहत दी. प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर चिंता जताई और कहा कि घुसपैठ की गंभीरता को कम न आंकें. जांच एजेंसियां मामले की सख्ती से जांच कर रही हैं. इस पर सियासत के बजाय समाधान के रास्ते तलाशने चाहिए. लेकिन पीएम मोदी की नसीहत विपक्ष को रास नहीं आई, कांग्रेस ने पीएम की नसीहत पर ही उन्हें घेरना शुरू कर दिया. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री संसद के बाहर बयान दे रहे हैं वो सदन के अंदर घुसपैठ पर बयान क्यों नहीं देते. इन सबके बीच ममता बनर्जी भी सामने आईं और उन्होंने बीजेपी की तरफ से आरोपियों के बंगाल कनेक्शन को सिरे से नकार दिया. घटना के पांचवें दिन भी आज सवाल बना हुआ है कि सुरक्षा पर सहयोग जरूरी या सियासत. दूसरी तरफ संसद में चर्चा की मांग कितनी राइट और कितनी रॉन्ग है. ये देखना होगा.