2024 के चुनाव का बिगुल बजने में बहुत थोड़ा ही समय बचा है. एक तरफ बीजेपी रामकाज के साथ जनता के सामने जाने को तैयार है. तो दूसरी तरफ मोदी सरकार के खिलाफ बने इंडी अलायंस में कांग्रेस और दूसरे दलों के बीच सीट बंटवारे की गुत्थी और उलझती दिखाई दे रही है. कांग्रेस की सबसे बड़ी मुश्किल बंगाल और पंजाब में दिख रही है. सूत्रों के मुताबिक ममता बनर्जी बंगाल में कांग्रेस को 2 से ज्यादा सीट पर तैयार नहीं है. कांग्रेस इस बंटवारे को भीख की तरह देख रही है. ऐसे में दोनों तरफ से तनातनी सुलग रही है. इसी से नाराज बंगाल कांग्रेस के बड़े नेता अधीर रंजन चौधरी ने बंगाल में अकेले दम पर कांग्रेस के चुनाव लड़ने का ऐलान कर डाला. यानि बंगाल में गठबंधन में बड़ी गांठ है. दूसरी तरफ पंजाब में आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस को 3 से ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं जबकि पंजाब के मौजूदा सांसदों में से 8 कांग्रेस के ही हैं. यूपी में अखिलेश भी कांग्रेस की मांग पर तैयार नहीं दिख रहे. झारखंड में भी खबर है कि जेएमएम कांग्रेस को अपने मुताबिक ही सीट देना चाहती है. बिहार में भी बात अभी पक्की नहीं है..हालांकि कुछ राज्यों में बात बनने की खबर भी है. इन सबके बीच आज से ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा भी शुरू हो गई है. इसकी शुरुआत मणिपुर के थौबल से हुई है. ये न्याय यात्रा 15 राज्यों में 110 जिलों से होकर गुजरेगी. लेकिन इस न्याय यात्रा के समय ही कांग्रेस अंदर से अन्याय की भी खबरें उठीं. मुंबई दक्षिण से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मिलिंद देवड़ा आज शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए. बीजेपी, मिलिंद देवरा को लेकर कांग्रेस को खूब घेर रही है. कह रही है पार्टी पहले अपने लोगों से न्याय करे. सवाल राहुल गांधी की न्याय यात्रा में बहन प्रियंका गांधी के शामिल न होने को लेकर भी हैं. आरोप लग रहे हैं कि सबकुछ सही नहीं है. इंडी अलायंस के संयोजक पद पर भी बात अभी तक नहीं बनी है. कुल मिलाकर चुनाव से पहले गठबंधन हो या फिर कांग्रेस दोनों को लेकर बड़े सवाल हैं लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि क्या चुनाव से पहले I.N.D.I.A. में फूट पड़ गई है या ये सिर्फ सबकुछ सामान्य है. सवाल ये भी है ऐसे भिड़ेंगे तो 24 में कैसे लड़ेंगे.