Taal Thok Ke: 2024 के लोकसभा चुनाव की तारीख की अभी घोषणा नहीं हुई है। लेकिन चुनाव से पहले क्या दंगे की साजिश रची जा रही है। क्या भड़काऊ बयानों के जरिए सड़क पर हिंसक भीड़ को बुलाया जा रहा है। उन्हें उकसाया जा रहा है। मुस्लिम संगठन इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने 'हेट स्पीच' देकर सियासी बवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा 'मुसलमान देश प्रेम की वजह से सब्र कर रहा है। हमारे नौजवान अगर कंट्रोल से बाहर चले गए तो हिंदुस्तान में जंग का माहौल हो जाएगा। क्या ये शांति के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश नहीं है? क्या ये देश के मुसलमानों को भड़काने का इरादा नहीं है? उधर, इस्लामी नेता मुफ्ती सलमान अजहरी पर गुजरात के जूनागढ़ में भारी भीड़ के बीच भड़काऊ बयानबाजी देने का आरोप है। भड़काऊ बयानबाजी देकर उन्होने भीड़ को उकसाने की कोशिश की। मुंबई के मुफ्ती सलमान अजहरी की 'हेट स्पीच' पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने जूनागढ़ में भड़काऊ भाषण देने पर दो लोगों को अरेस्ट किया। मध्य प्रदेश के दमोह में दो समुदाय के बीच विवाद होने के बाद बवाल मचा हुआ है। दरअसल, जेल मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों की दुकान है। जहां लल्लू अपने साथी के साथ कपड़े लेने पहुंचता है। सिलाई न होने की वजह से उन्हें बाद में आने को कहा तो दोनों में गाली-गलौच के बाद मारपीट तक हो गई। रातभर तनाव का माहौल रहा। मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने थाने के बाहर हंगामा किया तो भीड़ नारा लगा रही है- 'हम उनके पैर भी काट सकते हैं, हम उनकी गर्दन भी काट सकते हैं"। सवाल यही है आखिर चुनाव से पहले देश का माहौल खराब करने की कोशिश कौन कर रहा है ?