जम्मू-कश्मीर सरकार ने उन सीमावर्ती क्षेत्रों को पर्यटकों के लिए खोल दिया है जहां सबसे ज्यादा सीमा पार से गोलाबारी और घुसपैठ होती है. केरन सेक्टर को औपचारिक रूप से पर्यटन मानचित्र पर लाया गया है, यह स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर रहा है.