संभल हिंसा के बाद तनाव बरकार है लेकिन सुरक्षा पुख्ता है। अब भी चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती है। लेकिन पुलिस प्रशासन लगातार इस टेंशन को कम करने की कोशिश कर रहा है। पहले प्रसाशन ने संभल में बाहरी लोगों की एंट्री पर 30 नवंबर तक रोक लगाई थी। लेकिन अब 10 दिनों तक बढ़ाया गया है। लेकिन समाजवादी पार्टी के 15 लोगों का डेलिगेशन संभल जाने पर अड़ा रहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए। उन्हे हाउस अरैस्ट कर लिया गया। क्योंकि प्रशासन को माहौल बिगड़ने का डर है। संभल की इस अम्मा ने बता दी पूरी कहानी ?