पहले प्रयास में 1 नंबर से चूके, फिर भाई की मौत से टूटी उम्मीद, पर अंत में बन ही गए IAS
Advertisement
trendingNow11754429

पहले प्रयास में 1 नंबर से चूके, फिर भाई की मौत से टूटी उम्मीद, पर अंत में बन ही गए IAS

IAS Arpit Gupta Success Story: अर्पित को यूपीएससी के पहले अटेंप्ट के दौरान ठीक मेंस की परीक्षा से पहले चिकन पॉक्स हो गया था, जिस कारण वे परीक्षा पास करने से केवल 1 नंबर से चूक गए.  

पहले प्रयास में 1 नंबर से चूके, फिर भाई की मौत से टूटी उम्मीद, पर अंत में बन ही गए IAS

IAS Arpit Gupta Success Story: भारत में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है. इस परीक्षा को पास करने में उम्मीदवारों के कई साल निकल जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद कई उम्मीदवार इस परीक्षा को पास नहीं कर पाते हैं. हालांकि, बहुत से उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर इस परीक्षा को पास कर अधिकारी का पद हासिल किया है. आज हम आपको एक ऐसे ही उम्मीदवार के बारे में बताएंगे, जो एक मार्क्स से असफल हो गए थे, जिन्होंने परीक्षा की तैयारी के दौरान अपने भाई को खो दिया, लेकिन इतना होने पर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने दूसरे प्रयास में ही यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर डाली और आईएएस ऑफिसर बन गए.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं आईएएस ऑफिसर अर्पित गुप्ता (IAS Officer Arpit Gupta) की, जिनके लिए यूपीएससी का सफर आसान नहीं था. बता दें कि अर्पित गुप्ता उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले हैं. उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान लोगों के तानें भी सुने और साथ ही अपने भाई की मौत का गम भी सहा, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और सिविल सेवा परीक्षा में 54वीं रैंक हासिल कर IAS ऑफिसर बन गए.

अर्पित गुप्ता ने अपनी कक्षा 10वीं व 12वीं की पढ़ाई गोरखपुर में स्थित जीएन नेशनल पब्लिक स्कूल से की. इसके बाद वे मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के लिए आईआईटी रुड़की चले गए. ग्रेजुएशन के तुरंत बाद उनकी जॉब लग गई, जहां उन्होंने फाइनेंशियल मार्केट एनालिस्ट के तौर पर काम करना शुरू कर दिया. हालांकि, मात्र 3 महिने बाद ही अर्पित ने अपनी जॉब छोड़ दी और यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गए.

अर्पित ने जब अपना पहला अटेंप्ट दिया, तो उन्हें ठीक मेंस की परीक्षा से पहले चिकन पॉक्स हो गया, जिस कारण वे केवल 1 नंबर से चूक गए. वे इस झटके से उभरे भी नहीं थे, कि उससे पहले उन्होंने अपने चचेरे भाई को खो दिया. परीक्षा क्लियर ना होने पर लोगों से मिलने वाले ताने और भाई के जाने के गम ने अर्पित को तोड़ कर रख दिया था. हालांकि, जैसे-तैसे अर्पित ने खुद को संभाला और अपने दूसरे अटेंप्ट की तैयारी में जुट गए. साल 2021 की सिविल सेवा परीक्षा में अर्पित ने ऐसा परफॉर्म किया कि उन्होंने इस परीक्षा में 54वीं रैंक हालिस कर ली और अंतत: आईअएस ऑफिसर बन गए.

Trending news