हॉकी टीम का सम्मान या अपमान!

क्रिकेट के देश में एक बार फिर राष्ट्रीय खेल हॉकी को शर्मसार होना पड़ा है.

[caption id="attachment_7875" align="alignnone" width="300" caption="हॉकी इंडिया"][/caption]

ज़ी न्यूज़ ब्यूरो

नई दिल्लीः क्रिकेट के देश में एक बार फिर राष्ट्रीय खेल हॉकी को शर्मसार होना पड़ा है.

भारतीय हॉकी टीम की पिछले कुछ महीनों से चली आ रही दुर्दशा किसी से छिपी नहीं लेकिन जब भारतीय हॉकी टीम ने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी पर विजय पाई लेकिन इस जीत के बाद जो भारत में उन्हें सम्मान मिला वह उन्हें दुखी कर गया. खेल में जीत का इनाम जो उन्हें मिला वह एक मजाक के साथ उन्हें अपमानित करने वाला था.

एशियन चैंपियन्स ट्रॉफी जीत कर लौटी भारतीय हॉकी टीम के विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने की योजना बनाई गई. बुधवार को टीम के स्वागत के लिए समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में विजेता टीम के खिलाड़ियों को खेल मंत्री ने 25-25 हजार रूपये इनाम के तौर पर प्रदान किया. लेकिन खिलाडियों ने इनाम की रकम लेने से साफ इंकार कर दिया.

हॉकी टीम के कप्तान राजपाल सिंह ने ज़ी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि हमने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को फाइनल में हराया. यह मुकाबला हमारे लिए प्रतिष्ठा की तरह था. लेकिन राष्ट्रीय खेल के साथ खेल मंत्री ने मजाक किया. इससे हम और हमारी टीम काफी निराशा में हैं.

राजपाल ने आहत मन से बातचीत में कहा कि खेल मंत्री ने हमारी आशाओं पर पानी फेर दिया. प्रोत्साहन के तौर रुपए मिलना चाहिए लेकिन हालात ऐसे रहे तो भविष्य के खिलाड़ियों के लिए खेल पाना मुश्किल होगा और हम किस प्रकार कहेंगे कि देश का राष्ट्रीय खेल हॉकी है.

साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए हॉकी इंडिया को बीसीसीआई से प्रेरणा लेनी चाहिए जो खिलाड़ियों को सम्मान के साथ पैसा भी देती है.

गौरतलब है कि चीन में पिछले दिनों खेल गए चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 4-2 से हराकर खिताब जीता था.

दूसरी तरफ अजय माकन ने इसपर सोशल नेटवर्किंग साइट पर ट्विट किया है. उन्होंने कहा है कि यह यह इनाम सरकार की तरफ से नहीं बल्कि हॉकी इंडिया की तरफ से था जिसके पास पैसे की कमी है. हॉकी इंडिया ने पैसों की कमी होने की बात स्वीकार की है.

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