वाशिंगटन : वैज्ञानिकों का दावा है कि ग्रहों से क्षुद्रग्रहों की टक्कर से जटिल जीवन का जन्म और विकास हो सकता है, लिहाजा मुमकिन है कि क्षुद्रग्रहों की वजह से ही धरती पर जीवन वजूद में आया हो।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा’ के एक बयान में कहा गया कि एक नए अध्ययन के मुताबिक क्षुद्रग्रहों की वजह से ही धरती पर शुरुआती दौर में पानी और जैव यौगिक का वजूद में आना मुमकिन हुआ।
शोधकर्ता बताते हैं कि सूर्य की प्रोटोप्लैनेटरी डिस्क के विकास और बृहस्पति जैसे निकटस्थ ग्रह के गुरुत्वाकषर्णीय प्रभाव से आकार में आई क्षुद्रग्रहीय पट्टी के आकार और स्थान से इस बात का पता लगाया जा सकता है कि धरती जैसे ग्रह पर जटिल जीवन का जन्म होगा कि नहीं।
नासा में सेगन फेलो रेबेका मार्टिन के मुताबिक यदि कोई सौरमंडल क्षुद्रग्रहीय पट्टी की मौजूदगी पर निर्भर है तो जीवनदायी ग्रह से युक्त सौरमंडल दुर्लभ ही होते होंगे। (एजेंसी)
क्षुद्रग्रह
क्षुद्रग्रहों की वजह से वजूद में आया जीवन ?
वैज्ञानिकों का दावा है कि ग्रहों से क्षुद्रग्रहों की टक्कर से जटिल जीवन का जन्म और विकास हो सकता है, लिहाजा मुमकिन है कि क्षुद्रग्रहों की वजह से ही धरती पर जीवन वजूद में आया हो।
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