बॉन : अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन अफगानिस्तान में नाटों बलों के हटने के बाद की स्थिति पर चर्चा के लिए बुलाई गई अंतरराष्ट्रीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए सोमवार को यहां पंहुची। वहीं, उनके सहयोगियों ने पाकिस्तान के बहिष्कार को तवज्जो नहीं दी।
हिलेरी बॉन में आयोजित इस सम्मेलन में राष्ट्रपति हामिद करजई और अन्य अफगान अधिकारियों से मुलाकात करेंगी, जिसका मकसद 2014 में सेना की वापसी के बाद अंतरराष्ट्रीय वित्तीय और तकनीकी मदद को सुनिश्चित करना है।
शीर्ष अमेरिकी राजनयिक जर्मनी और अन्य 100 देशों के अपने समकक्षों से भी मुलाकात करेंगी। हालांकि वह अफगानिस्तान के महत्वपूर्ण पड़ोसी पाकिस्तान के विदेश मंत्री से नहीं मिल पाएंगी। नाटो की जानलेवा बमबारी के बाद पाकिस्तान ने सम्मेलन के बहिष्कार की घोषणा कर दी है। अशांत सीमा पर 26 नवंबर को हुए हवाई हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की जांच को लेकर माफी मांगने का प्रस्ताव अमेरिकी अधिकारियों ने रोक दिया है।
बहिष्कार पर हिलेरी ने अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि सुरक्षित और स्थिर अफगानिस्तान में पाकिस्तान का भी हित है। हालांकि हिलेरी के साथ गए अधिकारियों ने पाकिस्तान की गैर हाजिरी को तवज्जो नहीं दी और कहा कि इससे पश्चिमी जर्मन शहर में हो रहे सम्मेलन पर असर नहीं पड़ेगा।
(एजेंसी)