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संयुक्त राष्ट्र : दुनिया भर के नेताओं ने अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और शीर्ष शांति वार्ताकार बुरहानुद्दीन रब्बानी की हत्या की निंदा की और कहा कि इस कायरतापूर्ण कार्रवाई के बावजूद वह अफगानिस्तान को शांति, सुरक्षा और समृद्धि के पथ पर लाने के प्रयास जारी रखेंगे. पगड़ी में विस्फोटक छिपाए एक आत्मघाती हमलावर ने मंगलवार रात रब्बानी की हत्या कर दी.
भारत, पाकिस्तान, अमेरिका, ब्रिटेन और नाटो ने इस हमले की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है. रब्बानी तालिबान उग्रवादियों से बातचीत के लिए गठित सरकार की शांति परिषद की अगुवाई कर रहे थे. भारत के विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने नयी दिल्ली में जारी एक बयान में कहा, ‘‘दुर्भाग्यवश, आतंक और घृणा की ताकतों ने अफगानिस्तान में शांति और तर्क की एक अन्य दमदार आवाज को मौन कर दिया. हम कड़े शब्दों में इस भीषण बर्बरता वाले कृत्य की भर्त्सना करते हैं.’’
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से इस्लामाबाद में जारी किए गए एक बयान के अनुसार, राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री सैयद युसुफ रजा गिलानी ने इस आतंकी हमले की कठोरतम शब्दों में निंदा की. उधर न्यूयार्क में अफगानिस्तान के वर्तमान राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ चल रही बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस हमले की निंदा की और कहा कि रब्बानी की मौत अफगानिस्तानी लोगों की मदद करने के अमेरिका व अफगानिस्तान के प्रयास को रोक नहीं पाएगी.
अमेरिका दौरे पर गए राष्ट्रपति हामिद करजई ने हमले की खबर सुनने के बाद अपना दौरा संक्षिप्त कर दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति ने उनसे यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर मुलाकात कर रब्बानी की हत्या पर शोक जताया. करजई ने रब्बानी की हत्या को क्रूर एवं कायरतापूर्ण कार्रवाई करार देते हुए कहा कि रब्बानी ने अफगानिस्तान में शांति के लिए अपना बलिदान दे दिया. उन्होंने कहा कि रब्बानी जिस मिशन को आगे बढ़ा रहे थे वह देश की सुरक्षा, शांति और अफगान जनता के लिए अहम है.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और विदेश मंत्री विलियम हेग ने भी रब्बानी की हत्या की निंदा की. न्यूयॉर्क में मौजूद कैमरन ने कहा कि वह रब्बानी की हत्या से ‘बिलकुल स्तब्ध’ हैं. वहीं हेग ने कहा कि इस हत्या से शांति और सुलह के अफगानिस्तान के प्रयासों में रुकावट नहीं आएगी. हमले की निंदा करते हुए नाटो के महासचिव एंडर्स फॉग रासमुसेन ने कहा कि रब्बानी के कातिलों के इरादे सफल नहीं होंगे.
फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सारकोजी ने अफगानिस्तान में पूर्व राष्ट्रपति बुरहानुद्दीन रब्बानी की जान लेने वाले आत्मघाती बम हमले को ‘कायर लोगों का आतंकी कृत्य’ करार दिया और कहा कि इसे सहन नहीं किया जा सकता.
मालूम हो कि तालिबान के एक आत्मघाती बम हमलावर ने मंगलवार को अपनी पगड़ी में छिपाकर रखे गए विस्फोटक को उड़ाकर 71 वर्षीय रब्बानी की हत्या कर दी थी जो विद्रोहियों के साथ शांति वार्ता के प्रयासों में अग्रणी भूमिका निभा रहे थे.