वॉशिंगटन : नाटो के हवाई हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने के संदर्भ में इस्लामाबाद की प्रतिक्रिया को गहन संकटकारी करार देते हुए दो शीर्ष रिपब्लिकन सीनेटरों ने अमेरिका से पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों और उसे दी जाने वाली आर्थिक सहायता की पूर्ण समीक्षा किए जाने की मांग की है।
कड़े शब्दों वाले एक संयुक्त बयान में सीनेटर जॉन मैक्केन और लिंडसे ग्राहम ने कहा है कि अमेरिका अतिवादी संगठनों से पाकिस्तान के रिश्तों के बावजूद उसके प्रति बेहद धैर्य बरत रहा है। अब समय आ गया है जब अमेरिका को पाकिस्तान के साथ अपने रिश्तों की समीक्षा करनी चाहिए। बयान के अनुसार, पाकिस्तान के लिए अमेरिका बहुत धर्य बरत रहा है। सबसे अहम बात यह है कि पाकिस्तानी सेना और खुफिया अधिकारी पाकिस्तान में हक्कानी नेटवर्क और उन अन्य आतंकवादी समूहों को लगातार समर्थन दे रहे हैं जो अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों को मार रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमें पाकिस्तान के लिए अपने समर्थन की प्रकृति और स्तर पर विचार करना चाहिए। अमेरिकी सुरक्षा और पाकिस्तान को आर्थिक सहायता तक के सभी विकल्पों पर चर्चा की जानी चाहिए। दोनों सीनेटरों ने बयान में कहा है कि पाकिस्तान के प्रति अमेरिकी नीति इस यथार्थ के मद्देनजर होनी चाहिए कि पाकिस्तानी सेना की कुछ कार्रवाईयों से सेना में हमारे लोग या तो घायल हो रहे हैं या मर रहे हैं तथा हमारे राष्ट्रीय हितों के लिए खतरा पैदा हो रहा है। (एजेंसी)