अहमदाबाद : पृथक तेलंगाना राज्य के गठन पर कांग्रेस की मंजूरी को लोगों के सतत संघर्ष का परिणाम बताते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को लम्बे समय तक टाले रखा और चुनाव से ऐन पहले इसे मंजूरी दी। तेलंगाना पर इस पहल का स्वागत करते हुए मोदी ने इस संबंध में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के ‘इरादे’ पर संदेह व्यक्त किया।
आंध्रप्रदेश के लोगों को लिखे खुले पत्र में मोदी ने कहा,‘लोगों की शक्ति के कारण कांग्रेस को पिछले कुछ दिनों में ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा जिस बारे में वह पिछले नौ वर्षों से बचती रही है।’
मोदी ने आंध्रप्रदेश के लोगों को प्रिय भाइयों एवं बहनों कह कर संबोधित करते हुए कहा, ‘इन वर्षों में आंध्रप्रदेश के लोगों का सामना करने की बजाए कांग्रेस समितियों एवं रिपोर्टों के पीछे छिपती रही। क्या वे इस बारे में आंध्रप्रदेश के लोगों से माफी मांगेंगे? ’
भाजपा की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख मोदी ने कहा, ‘तेलंगाना के मुद्दे पर कांग्रेस का व्यवहार न तो पारदर्शी रहा और न ही इसमें एकरूपता रही। यह निर्णय जो चुनाव से कुछ महीने पहले आया है, इसमें राजनीतिक निहितार्थ हैं।’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना राज्य के गठन के वायदे पर 2004 का चुनाव जीता था लेकिन उसे नौ वर्षों तक लोगों की आकांक्षाओं और संवेदनाओं की परवाह नहीं रही।’
मोदी ने अपने पत्र में कहा, ‘अब ऐसे समय में जब देश में चुनाव के कुछ ही महीने शेष हैं, ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने आनन-फानन में तेलंगाना की घोषणा कर दी। यह बात कांग्रेस की गंभीरता और इरादों के बारे में गंभीर चिंता पैदा करती है।’
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आंध्रप्रदेश में डा. वाई राजशेखर रेड्डी के नेतृत्व में 2004 और 2009 में जीत दर्ज करने के बसद कांग्रेस ने राज्य से मुंह मोड़ लिया क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री की मौत हो गई।’
उन्होंने कहा, ‘जहां हम तेलंगाना के मुद्दे पर आगे बढ़ने वाली किसी भी पहल का स्वागत करते हैं, वहीं हम फिर से यह जानना चाहते हैं कि इस बार कांग्रेस और संप्रग सरकार का वास्तविक इरादा क्या है।’ (एजेंसी)
नरेंद्र मोदी
मोदी ने कहा-पृथक तेलंगाना लोगों के संघर्ष का नतीजा
पृथक तेलंगाना राज्य के गठन पर कांग्रेस की मंजूरी को लोगों के सतत संघर्ष का परिणाम बताते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को लम्बे समय तक टाले रखा और चुनाव से ऐन पहले इसे मंजूरी दी।
Zee News App: पाएँ हिंदी में ताज़ा समाचार, देश-दुनिया की खबरें, फिल्म, बिज़नेस अपडेट्स, खेल की दुनिया की हलचल, देखें लाइव न्यूज़ और धर्म-कर्म से जुड़ी खबरें, आदि.अभी डाउनलोड करें ज़ी न्यूज़ ऐप.