नई दिल्ली: पूर्व आईपीएस अफसर किरण बेदी ने गुरुवार को अपने ऊपर लगे आरोपों का खुलकर जवाब दिया।
किरण बेदी ने आरोपों के बीच सफाई देते हुए कहा कि बिजनेस क्लास में यात्रा करना कार्यक्रम आयोजित करने वाले संगठनों या कारपोरेट के आमंत्रण पात्रता का हिस्सा होता है जिसमें मैं भाषण देने जाती हूं। पात्रता के बावजूद इकोनोमी क्लास में यात्रा करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि इससे बचने वाला धन गैर सरकारी संगठन के काम आये।
उन्होंने कहा कि यहां कोई निजी फायदा नहीं हुआ। कीचड़ उछालने के लिये खासी मेहनत करने वाले आलोचकों को हुई मायूसी पर मुझे खेद है। हालांकि इस प्रकार की कवरेज को मैं चुनौतियों का हिस्सा मानती हूं जो सार्वजनिक जीवन में आते हैं। किरण बेदी ने कहा कि इस प्रकार से बचाया गया धन उनकी तरफ से चलाये जा रहे गैर सरकारी संगठन इंडिया विजन फाउंडेशन को गया।
किरण बेदी ने कहा कि मेरे पास छिपाने के लिये कुछ भी नहीं है। जो भी धन कार्यक्रम आयोजकों की तरफ से आया वह संस्थान को चला गया। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में एक लाभार्थी नहीं हैं क्योंकि जो धन उन्हें मिला वह उनके एनजीओ को चला गया ।
उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा कि मैं व्याख्यान और किताबों के रायल्टी के जरिये काफी पैसा पाती हूं । मैं इसे गैर सरकारी संगठनों को दान कर देती हूं।
किरण बेदी ने यह भी दावा किया कि वह स्वयं अपनी यात्रा का दर्जा घटा देती हैं और यहां तक कि आयोजक भी इस बात को जानते हैं। किरण बेदी ने कहा कि इस प्रकार से बचाया गया धन उनकी तरफ से चलाए जा रहे गैर सरकारी संगठन इंडिया विजन फाउंडेशन को गया ।
गौरतलब है कि प्रशांत भूषण द्वारा कश्मीर में जनमत सर्वेक्षण कराये जाने का समर्थन करने और कोर कमेटी के दो प्रमुख सदस्यों पी वी राजगोपाल एवं रजिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद टीम अन्ना संकट के दौर से गुजर रही है ।
पूर्व आईपीएस अफसर किरण बेदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे है। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के हवाले से यह कहा गया है कि किरण बेदी हवाई यात्रा में छूट मिलने के बावजूद पूरा पैसा वसूलती थीं। इस अखबार में उनकी 12 यात्राओं का जिक्र है।
अंग्रेजी अखबार ने किरण बेदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। अखबार में छपी खबर मुताबिक किरण बेदी ने हवाई किराये पर एयर इंडिया से छूट ली लेकिन बिल पूरे किराये के पेश किए। अखबार के मुताबिक किरण बेदी को 1979 में राष्ट्रपति का बहादुरी पुरस्कार मिला था। इसके तहत उन्हें एयर इंडिया किराये में 75 प्रतिशत की छूट देता है। किरण बेदी ने इस छूट का फायदा उठाते हुए टिकट तो 75 प्रतिशत सस्ते लिए लेकिन उन संस्थाओं और एनजीओ से पूरे पैसे वसूल किए जिन्होंने उन्हें अपने यहां सेमिनार और बैठकों के लिए बुलाया था।