[caption id="attachment_2806" align="alignnone" width="300" caption="अन्ना आर- पार के मूड मे हैं"][/caption]
नई दिल्ली। अपनी मांग और आमरण अनशन पर अड़े सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे मजबूत लोकपाल बिल को लेकर सरकार से एक बार फिर टकराव तय है. अन्ना हजारे को 16 अगस्त से जयप्रकाश नारायण स्मृति पार्क में अनशन पर बैठने की इजाजत तो मिली है लेकिन दिल्ली पुलिस ने उनके सामने कई शर्तें रखी हैं.
दिल्ली पुलिस ने अन्ना को अनशन की इजाजत से जुड़ी चिट्टी आज सौंप दी जिसके मुताबिक अन्ना सिर्फ 16 अगस्त की सुबह से 18 अगस्त की शाम तक ही अनशन पर बैठ सकते हैं. लेकिन टीम अन्ना ने पुलिस की इन शर्तों को ठुकरा दिया है.
इससे पहले अन्ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने भी कहा था कि अगर सरकार अनशन की इजाजत नहीं देती है तो अन्ना गिरफ्तारी देंगे और जेल से ही अनशन होगा. दिल्ली पुलिस ने जो शर्तें अन्ना हजारे के सामने रखी उनमें-
-अनशन 16 अगस्त सुबह आठ बजे से 18 अगस्त शाम तक होना चाहिए.
-मात्र 4000 से 5000 हजार लोगों को इस अनशन में शामिल होने की इजाजत होगी.
-पार्क में पेड़-पौधों को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए.
-अनशन स्थल पर 50 कारें और 50 टू-ह्वीलर से ज्यादा की अनुमति नहीं.
आज शाम को अन्ना प्रेस कॉफ्रेंस कर मीडिया को संबोधित कियाहैं. अपनी नारज़गी जाहिर करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा हैं कि सरकार का रवैया तानाशाह की तरह है. यह लोकतंत्र पर हमला है और वो किसी भी हाल में अनशन कर के रहेंगे. इसके लिए उनको अपनी जान की भी परवाह नही.
अन्ना टीम ने इस मामले में हलफनामा दायर करने से इंकार कर दिया.