चेन्नई : केंद्र सरकार द्वारा संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में श्रीलंका के खिलाफ मतदान करने की इच्छा जाहिर करने के बाद द्रविण मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के अध्यक्ष एम. करुणानिधि ने अपनी प्रस्तावित भूख हड़ताल वापस ले ली है। करुणानिधि ने इस आशय की घोषणा, जेनेवा में यूएनएचआरसी की बैठक से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा संसद में इस मुद्दे पर अपनी सरकार का सकारात्मक रुख जाहिर करने के तत्काल बाद की।
करुणानिधि यहां गुरुवार को उपवास रखने वाले थे। उन्होंने कहा कि मंगलवार को डीएमके नेताओं की प्रस्तावित बैठक भी रद्द कर दी गई है। ज्ञात हो कि डीएमके जेनेवा में श्रीलंका के खिलाफ अमेरिका द्वारा लाए जाने वाले प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए केंद्र सरकार पर पहले से दबाव बना रही है। डीएमके, केंद्र सरकार में साझेदार है।
(एजेंसी)