नई दिल्ली: गीतिका शर्मा की खुदकुशी के दस दिन बाद भी दिल्ली पुलिस हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा का अता.पता नहीं लगा पाई हो जिन पर गीतिका को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है।
पुलिस ने करीब 50 जगहों पर तलाशी ली है और छापे मारे हैं तथा करीब 25 लोगों से पूछताछ की है लेकिन कांडा का सुराग नहीं मिला है। कांडा की कंपनी में गीतिका काम करती थी।
कांडा को पिछले बुधवार को जांच में सहयोग देने के लिए नोटिस भेजा गया था लेकिन पूर्व मंत्री भूमिगत हो गये और पुलिस ने उन्हें फरार घोषित कर दिया। कांडा की कंपनी की कर्मचारी अरुणा चड्ढा को मामले में गिरफ्तार कर लिया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे कांडा का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। गीतिका ने अपने सुसाइड नोट में कांडा और अरुणा का नाम लिया है। उसने उन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
पूर्व मंत्री ने एक स्थानीय अदालत और बाद में दिल्ली उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए गुहार लगाई थी। स्थानीय अदालत ने इनकार कर दिया वहीं उच्च न्यायालय ने अपना फैसला सुरक्षित रखा। पुलिस ने उच्च न्यायालय में कहा था कि उनके पास कांडा के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं और जांच के लिए हिरासत में पूर्व मंत्री से पूछताछ की जरूरत है। (एजेंसी)