पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अखिलेश यादव को सपा विधायक दल का नेता और उत्तर प्रदेश का भावी मुख्यमंत्री चुने जाने पर बधाई एवं शुभकामना दी।
अखिलेश को सपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद उनके बारे में पूछे गए एक प्रश्न पर नीतीश ने उन्हें बधाई एवं शुभकामाना दी तथा कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों ने अखिलेश यादव के प्रति जो विश्वास व्यक्त किया है, अखिलेश उसपर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे।
नीतीश ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक बड़ा राज्य है, मुख्यमंत्री का पद दायित्व चुनौतियों से भरा होता है। वे चुनौतियों का सामना करेंगे। यूपी की सरकार बेहतर काम करेगी।
मध्य प्रदेश के आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने उनकी हत्या को दुखद बताया। उन्होंने सिंह को एक कर्तव्यनिष्ठ और बहादुर पदाधिकारी बताते हुए कहा कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है।
नीतीश ने कहा कि समाज में कुछ ऐसे असामाजिक तत्व होते हैं जो समाज एवं राज्य को हानि पहुंचाना चाहते हैं। ऐसे तत्वों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक कुशल प्रशासक एवं लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं, वे ऐसे असमाजिक तत्वों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करेंगे।
नीतीश ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को पंजाब विधानसभा चुनाव में विजयी होने पर बधाई देते हुए बताया कि बादल ने उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया है।
उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय पार्टियों की करारी पराजय पर उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से जो राष्ट्रीय पार्टी हैं उन्हें अधिक से अधिक क्षेत्रीय दलों से सहयोग लेना चाहिए, ऐसा करने से उनकी ताकत बढेगी। नीतीश ने कहा कि गठबंधन सरकार का जमाना है और इसका दौर लंबे समय तक चलेगा। साझा सरकार ताकतवर सरकार होती है।
नीतीश ने कांग्रेस पर गैर कांग्रेसी राज्य सरकारों को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा किया जाना उचित नहीं है, उसे संघीय ढांचे का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने भाजपा को भी अधिक से अधिक क्षेत्रीय दलों का सहयोग लेने की नसीहत दी।
उत्तर प्रदेश के बलिया में जदयू को वोट देने वाले लोगों का असामाजिक तत्वों द्वारा घर जलाए जाने की कथित घटना को दुखद बताते हुए नीतीश ने कहा कि उनकी पार्टी के लोग वहां की स्थिति का जायजा लेने जाएंगे।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो सरकार बन रही है वह निश्चित रूप से कानून का राज कायम करेगी। चुनाव के बाद बदले की भावना से की जाने वाली कार्रवाई से सरकार की छवि खराब होती है। (एजेंसी)