ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली/शिमला: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मंगलवार को जब उनसे सवाल पूछे गए, तो उन्होंने अपना आपा खो दिया और सवाल पूछने पर भड़क उठे। एक पत्रकार ने जब उनसे सवाल पूछा तो वीरभद्र ने तैश में आकर पत्रकारों को कैमरे तोड़ने की धमकी दे दी। इस बीच, वीरभद्र के व्यवहार पर कांग्रेस ने माफी मांग ली है।
संवाददाताओं ने जब भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सवाल किए तो वीरभद्र ने गुस्से में आकर कहा, मैं आपके कैमरे तोड़ दूंगा। आप लोगों के पास और कोई काम नहीं है। यह वाकया मंगलवार शाम कुल्लू जिले के अनि की है, जब कुछ मीडियाकर्मियों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह पर भाजपा की ओर से नए सिरे से लगाए जा रहे आरोपों पर सवाल पूछे।
वीरभद्र ने अपने उपर लगे आरोपों को बेबुनियाद कहकर खारिज करते हुए कहा कि मैं चार नवंबर को चुनाव के बाद इन सभी मुद्दों से निपटूंगा। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आयकर चोरी, धनशोधन और हेराफेरी करने के भाजपा और अन्य के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे गलत और मनगढंत करार दिया था। उन्होंने कहा था कि वह चुनाव से पहले दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने वालों के खिलाफ कदम उठाएंगे।
गौर हो कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार वीरभद्र सिंह को भाजपा ने ठगी, धन शोधन, रिश्वत लेने और आयकर चोरी करने का आरोप लगाते हुए एक बार फिर निशाना बनाया। भाजपा के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने आरोप लगाया कि सिंह ने 2008 के बाद अपने आयकर खाता पुस्तिका में बदलाव किया है ताकि पिछली तरीख का फर्जी अनुबंध प्रदर्शित किया जा सके और करीब 6.5 करोड़ रूपये की आय दिखाई जा सके।
सिंह उस समय आलोचनाओं के घेरे में आ गए थे जब उन पर एक स्टील कंपनी से धन प्राप्त करने का आरोप लगा था। यह बात तब सामने आई थी जब उस कंपनी पर 2010 में छापा पड़ा था।