गोलाबारी से पाकिस्तान की हताशा उजागर हुई : उमर

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू के अरनिया क्षेत्र में नागरिकों पर पाकिस्तानी गोलीबारी की सोमवार को निंदा की जिसमें पांच लोग मारे गए और कहा कि नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने से पाकिस्तान सरकार की हताशा उजागर हुई है क्योंकि वह कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकृष्ट कराने में असफल रहा।

गोलाबारी से पाकिस्तान की हताशा उजागर हुई : उमर

जम्मू : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू के अरनिया क्षेत्र में नागरिकों पर पाकिस्तानी गोलीबारी की सोमवार को निंदा की जिसमें पांच लोग मारे गए और कहा कि नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने से पाकिस्तान सरकार की हताशा उजागर हुई है क्योंकि वह कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकृष्ट कराने में असफल रहा।

उमर ने गोलाबारी में घायलों से यहां स्थित सरकारी मेडिकल कालेज अस्पताल में मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘उनके (पाकिस्तानी नेतृत्व) पास बोलने के लिए और कुछ नहीं बल्कि केवल कश्मीर ही बचा है। वे जब भी विदेश जाते हैं वे कश्मीर मुद्दे को उठाने का प्रयास करते हैं लेकिन हर बार वे अंतरराष्ट्रीय जगत का ध्यान आकृष्ट करने में बुरी तरह से असफल रहते हैं। सीमापार से गोलाबारी उनकी हताशा का संकेत है।’

उमर ने गोलाबारी की कड़ी निंदा की और कहा, ‘हम या तो संघर्षविराम उल्लंघनों के पीछे के पाकिस्तान का उद्देश्य नहीं समझ पा रहे हैं अथवा पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति इतनी खराब है कि वे भारतीय पक्ष को निशाना बनाकर वे अपने लोगों का ध्यान आंतरिक उथलपुथल से भटकाना चाहते हैं।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों को जब पाकिस्तान की ओर से ईद की बधाई मिलनी चाहिए पाकिस्तानी सेना ने उन्हें उपहार में बम दिये।’ उन्होंने कहा, ‘संघर्षविराम उल्लंघन का कोई कारण नहीं था। यह पाकिस्तान की ओर से नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने का जानबूझकर किया गया प्रयास है। उनके कुटिल कृत्य के चलते ही इतने लोगों की मौत हुई और इतने लोग घायल हुए हैं।’

उमर ने कहा कि उन्होंने अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात नहीं की है लेकिन यदि जरूरत पड़ी तो वह बार बार होने वाले संघर्षविराम उल्लंघनों के मद्देनजर राज्य की स्थिति के बारे में उन्हें जानकारी मुहैया कराएंगे। सीमापार से होने वाली गोलाबारी से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हमने इस मुद्दे को केंद्र के साथ उठाया है। हमारी वित्तीय स्थिति ऐसी नहीं है कि हम अपने लोगों का पुनर्वास कर सकें। हमें केंद्र से मदद चाहिए। केंद्र को कश्मीर के लोगों की मदद करने के लिए आगे आना चाहिए।’ उमर ने घोषणा की कि गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों को अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरियां दी जाएंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अनुग्रह राशि के चेक पर हस्ताक्षर कर दिये गए हैं और इसे जल्द ही जारी किया जाएगा। मृतक के नजदीकी संबंधी को नियम के मुताबिक सरकारी नौकरी दी जाएगी।’ इससे पहले श्रीनगर की हजरतबल दरगाह में ईद की नमाज पढ़ने के बाद उमर शहर के सरकारी अस्पताल गए और वहां उन्होंने रक्तदान किया।

इसके बाद वह विभिन्न अस्पतालों में भर्ती घायलों को देखने के लिए जम्मू गये। इसी बीच, बीएसएफ के महानिदेशक डी के पाठक भी इलाके की सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए दिल्ली से जम्मू के लिए रवाना हो गए हैं। जम्मू जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांवों एवं चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से की जा रही गोलाबारी एवं गोलीबारी में पांच ग्रामीण मारे गए और 29 लोग घायल हो गए हैं। यह पाकिस्तान की ओर से किये गए अब तक के सबसे भीषण संघर्षविराम उल्लंघनों में से एक है।

 

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