यूपीएससी विवाद: सपा ने सीसैट को खत्म करने की मांग की

यूपीएससी परीक्षार्थियों के मौजूदा आंदोलन का समर्थन करते हुए समाजवादी पार्टी ने आज विरोध प्रदर्शन को सही ठहराया और कहा कि सिविल सेवा परीक्षा अंग्रेजी पृष्ठभूमि के छात्रों के पक्ष में पूरी तरह अनुकूल है। सपा महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा कि सरकार ने जिस समाधान की पेशकश की वह पर्याप्त नहीं है और उन्होंने भाजपा से सीसैट को निरस्त करने की मांग की। गौरतलब है कि सरकार ने कल घोषणा की थी कि सीसैट के पर्चे में शामिल अंग्रेजी कंप्रिहेंशन का अंक मेधा सूची तैयार करने में नहीं जुड़ेगा।

नई दिल्ली : यूपीएससी परीक्षार्थियों के मौजूदा आंदोलन का समर्थन करते हुए समाजवादी पार्टी ने आज विरोध प्रदर्शन को सही ठहराया और कहा कि सिविल सेवा परीक्षा अंग्रेजी पृष्ठभूमि के छात्रों के पक्ष में पूरी तरह अनुकूल है। सपा महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा कि सरकार ने जिस समाधान की पेशकश की वह पर्याप्त नहीं है और उन्होंने भाजपा से सीसैट को निरस्त करने की मांग की। गौरतलब है कि सरकार ने कल घोषणा की थी कि सीसैट के पर्चे में शामिल अंग्रेजी कंप्रिहेंशन का अंक मेधा सूची तैयार करने में नहीं जुड़ेगा।

यादव ने कहा, ‘यह उम्मीदवारों का सही आंदोलन है। जेएनयू का कोई छात्र कितना भी मेधावी होगा, उसके सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने की संभावना आईआईटी या आईआईएम के छात्रों से कम है।’ उन्होंने पूर्व सपा नेता जनेश्वर मिश्रा के 82 वें जन्मदिन पर एक संगोष्ठी में कहा, ‘हिंदी भाषी क्षेत्रों के चयनित उम्मीदवारों का प्रतिशत 45 फीसदी से गिरकर 15 फीसदी पर आ गया है। अंग्रेजी माध्यम की पृष्ठभूमि से आने वाले उम्मीदवरों की संख्या 51 फीसदी से बढ़कर 82 फीसदी हो गई है। इसलिए 82 फीसदी आईएएस अंग्रेजी माध्यम से आते हैं और 18 फीसदी में सभी भारतीय भाषाओं के लोग आते हैं।’’ यादव ने भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी से अपील की कि वे उम्मीदवारों की परिस्थितियों को समझें जो विभिन्न पृष्ठभूमि से आते हैं और सरकार के समक्ष मामले को उठाएं। नकवी को सरकार से कहना चाहिए कि वह उन लोगों के विवरण का पता लगाएं जिन्होंने पाठ्यक्रम को बदलने और अंग्रेजी की पृष्ठभूमि वाले लोगों के पक्ष में इसे बनाने में भूमिका निभाई।

 

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