नाटिंघम : इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक ने स्वीकार किया है कि उनकी टीम को टेस्ट मैच जीते काफी समय हो गया है और उन्होंने कहा कि वह कल से यहां भारत के खिलाफ शुरू हो रही पांच मैचों की श्रृंखला में इस स्थिति को बदलने के लिए तैयार हैं।
कुक ने कल से यहां शुरू होने वाले पहले टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, हमने पिछले कुछ समय से कोई टेस्ट नहीं जीता है और हमें जीत की राह पर लौटने को बेताब हैं। उन्होंने कहा, कार्यक्रम काफी व्यस्त है। मैंने 40 दिन में पांच टेस्ट कभी नहीं खेले। यहां तक कि काफी टीमों के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखलाएं भी नहीं खेली। इसलिए मैं भारत के खिलाफ लंबी श्रृंखला खेलने को लेकर रोमांचित हूं। भारत की टीम काफी मजबूत और लोगों की इसमें काफी दिलचस्पी रहती है।
कुक से जब पूछा गया कि वह भारत की अनुभवहीन टीम के बारे में क्या सोचते हैं जो इस बार दौरे पर आई है तो इंग्लैंड के कप्तान ने कहा, यह खेल की खूबसूरती है, आपको कुछ नहीं पता। उनके काफी खिलाड़ियों को पहले यहां खेलने का अनुभव नहीं है। इसका एक पहलू यह होगा कि उन्हें कुछ विशेष हालात में कुछ विशेष खिलाड़ियों की कमी खलेगी। लेकिन इसके साथ ही उनके से अधिकांश पर 2011 की हार का दबाव नहीं होगा। यह देखने के दो अलग अलग तरीके हैं। वे काफी प्रतिस्पर्धी रहेंगे और हमें यह बात पता है।
कुक ने कहा, मैं दो अभ्यास मैचों में उनके गेंदबाजों के प्रदर्शन को मैं अधिक तवज्जो नहीं दूंगा। अभ्यास मैच में खेलना टेस्ट क्रिकेट से काफी अलग है। निश्चित तौर पर डंकन फ्लेचर उनके साथ अलग तरह का व्यवहार करते हैं और हमें पता है कि वह ऐसा करते हैं क्योंकि जब वह इंग्लैंड की टीम के साथ थे तब भी ऐसा करते थे। इस श्रृंखला से पहले इंग्लैंड की टीम काफी सफल नहीं रही है और उसने श्रीलंका को टेस्ट श्रृंखला गंवा दी जो इस टीम के खिलाफ घरेलू श्रृंखला की उसकी पहली हार है। कुक स्वयं भी खराब फार्म से जूझ रहे हैं। उन्होंने 24 टेस्ट पारियों से कोई शतक नहीं जमाया है और आलोचक उनकी कप्तानी की भी आलोचना कर रहे हैं।
कप्तान ने कहा, मैं टीम में इसलिए हूं क्योंकि मैं देश में शीर्ष छह बल्लेबाजों में शामिल हूं और मेरा काम मैदान पर उतरकर अपनी टीम के लिए रन बनाना है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं टीम का कप्तान हूं या नहीं। गेंदबाजों का सामना करते हुए मैं कप्तानी के बारे में नहीं सोचता। कुक से जब यह पूछा गया कि भारत को श्रृंखला गंवाने का मतलब होगा कि उनकी कप्तानी चली जाएगी जिस पर उन्होंने कहा, अपना काम करना सम्मान की बात है और कप्तान का चयन चयनकर्ताओं को करना है। ऐसा करना मेरा काम नहीं है। वह जो काम देते हैं मैं उसे करता हूं और मैंने इसके लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है और जब तक मुझे यह काम करना है मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करता रहूंगा।
रन बनाने की जिम्मेदारी काफी हद तक कुक पर होगी जबकि विकेट चटकाने का काम जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्राड की जोड़ी को करना होगा क्योंकि इंग्लैंड की टीम ग्रीम स्वान के बिना खेलने की आदत डाल रही है। कप्तान ने कहा, हमने श्रीलंका के खिलाफ अच्छी गेंदबाजी की लेकिन हेडिंग्ले में दो दिन हमारे लिए खराब रहे और हमने श्रृंखला गंवा दी। हमारे आक्रमण का संतुलन वैसा नहीं है जिसके साथ खेलने के हम आदी हैं और स्वान की गैरमौजूदगी में हमें विभिन्न विकल्पों के मिश्रण पर काम करना होगा। अब हमारे पास 20 विकेट चटकाने के अलग तरीके हैं।
कुक ने कहा, जब आपको जरूरत होती है तो आप अपने आसपास की चीजों में बदलाव करते हैं और स्वान एक छोर से बल्लेबाजों को बांधकर रख सकता था। एंडरसन और ब्राड जैसे गेंदबाजों को दूसरे छोर पर स्वान का साथ मिलता था इसलिए उन्हें भी उसके बिना गेंदबाजी की आदत बनानी होगी। इस मैदान पर उन दोनों का रिकार्ड काफी अच्छा है। मैट प्रायर को हल्की चोट है और उनके विकल्प के तौर पर जोस बटलकर को टीम में शामिल किया गया है लेकिन प्रायर के अंतिम एकादश में जगह बनाने की उम्मीद है और उन पर अंतिम फैसला कल सुबह किया जाएगा।