मुंबई : पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मौजूदा राष्ट्रीय टीम के निदेशक रवि शास्त्री ने आज कहा कि उनका प्रयास होगा कि वह बायें हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना की टेस्ट टीम में वापसी कराए। रैना ने पिछले शनिवार को चैम्पियंस लीग ट्वेंटी20 के फाइनल में चेन्नई सुपरकिंग्स की जीत में स्ट्रोक्स से भरा शतक जमाकर अपनी अपार प्रतिभा का नजारा पेश किया।
शास्त्री ने यहां प्रेस क्लब में पत्रकारों से कहा, मैं उसे खेलते हुए देखता हूं तो उसे देखना शानदार लगता है। मेरा प्रयत्न होगा कि मैं उसे भारतीय टेस्ट मैच टीम में वापस लाउं। जब वह बल्लेबाजी में चल जाता है तो उसे देखना अद्भुत होता है। उन्होंने कहा, यहां तक कि जब मैं उसे नेट पर बल्लेबाजी करते हुए देखता हूं और गेंद उसके बल्ले को हिट करती है तो यह आवाज और उसकी टाइमिंग की समझ, बहुत अलग होती है। उत्तर प्रदेश के इस खिलाड़ी ने 2012 में अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला था जो न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला का मुकाबला था। वह 196 वनडे और 44 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेल चुके हैं लेकिन इसकी तुलना में केवल 17 टेस्ट मैच खेले हैं।
कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ी के ज्यादा घरेलू अनुभव नहीं होने के बावजूद टीम में शामिल किये जाने के बारे में सवाल पर शास्त्री ने कहा, जब किसी में प्रतिभा होती है और जब आपके पास कुलदीप जैसा अलग खिलाड़ी हो, जो कुछ विशेष हो और अगर चयनकर्ता भरोसा करते हैं तो हां, वह ऐसा खिलाड़ी हो सकता है जो एक या दो साल में उचित तरह से ट्रेनिंग किये जाने और सही नेतृत्व से मैच विजेता बन सकता है, सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी। मैं इस जुए को खेलने के लिये तैयार हूं। शास्त्री ने यह भी कहा कि मुंबई का चोटिल खिलाड़ी रोहित शर्मा वापसी करेगा और टीम प्रबंधन सुनिश्चित करेगा कि उसकी प्रतिभा खराब नहीं जाये।
उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह चोटिल हो गया और उसकी पारी वनडे श्रृंखला में भारत की जीत में सबसे महत्वपूर्ण थी क्योंकि तब आप मुश्किल में थे और वह शानदार खेला। उसने उस श्रृंखला में बेहतरीन परिपक्वता दिखायी। मुझे पूरा भरोसा है कि वह वापसी करेगा। उसमें अपार प्रतिभा है और हम सुनिश्चित करेंगे कि यह बेकार नहीं हो जाये।