वेलिंगटन : अपना पहला टेस्ट शतक जमाने के बाद भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने उन्हें प्रेरित करने और बेहतर खिलाड़ी बनाने के लिये सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ को धन्यवाद दिया। रहाणे ने आज न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 118 रन बनाये । दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद उन्होंने कहा,‘‘राहुल द्रविड़ मेरे आदर्श हैं और मैं बचपन से उन्हें खेलते देखता आया हूं । मैने भारतीय टीम और राजस्थान रायल्स में उनके साथ खेला और मैदान से भीतर तथा बाहर उनसे बहुत कुछ सीखा । मैं राहुल भाई को धन्यवाद देना चाहता हूं।’’ उन्होंने कहा,‘‘मैं सचिन तेंदुलकर पाजी को भी धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि अपने आखिरी दो टेस्ट के दौरान उन्होंने मुझे बल्लेबाजी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मैने तुम्हे बल्लेबाजी करते देखा है, तुम्हारी मेहनत और फिटनेस को। सब्र से काम लो और अपने मौके का इंतजार करो। उन दोनों को धन्यवाद।’’ रहाणे ने कहा कि पहला टेस्ट शतक जमाने के बाद उन्हें समझ में ही नहीं आया कि अपनी खुशी को कैसे व्यक्त करें।
उन्होंने कहा,‘‘मुझे नहीं पता कि अपनी भावनायें कैसे व्यक्त करूं। टेस्ट क्रिकेट में शतक हमेशा खास होता है लेकिन मैं इस शतक को लंबे समय तक याद रखूंगा। मेरे लिये यह बहुत खास है लेकिन कल का दिन हमारे लिये अहम है और उम्मीद है कि गेंदबाज अपना काम बखूबी करेंगे ।’’ उन्होंने कहा,‘‘जब मैं बल्लेबाजी के लिये उतरा तो क्रीज पर जमने में अपना समय लेना चाहता था ताकि अपना स्वाभाविक खेल दिखा सकूं । मैं उसी तरह से खेलना चाहता था जैसा घरेलू क्रिकेट में खेलता हूं।’’
इससे पहले रहाणे का सर्वोच्च टेस्ट स्कोर 96 रन था जो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में बनाया था। रहाणे ने कहा ,‘‘दक्षिण अफ्रीका में जब मैने 96 रन बनाये तब मुझे शतक का इंतजार था क्योंकि पहला टेस्ट शतक हमेशा खास होता है। आपने भले ही 96 रन बनाये हो लेकिन उसे अर्धशतक ही कहा जायेगा।’’ उन्होंने कहा ,‘इस समय मैं अपने शतक के बारे नहीं सोच रहा था क्योंकि मैं गेंद दर गेंद खेलना चाहता था । मैं भविष्य के बारे में नहीं सोच रहा था । मैने जहीर से अपना स्वाभाविक खेल दिखाने को कहा।’ (एजेंसी)